Blog - साइबर सुरक्षा (Cyber Security and Awareness)

साइबर सुरक्षा (Cyber Security and Awareness)

साइबर सुरक्षा (Cyber Security and Awareness)

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साइबर सुरक्षा (Cyber Security and Awareness)

साइबर सुरक्षा यानि हमारे Computer की सुरक्षा करना। साइबर सुरक्षा का अर्थ  कम्प्युटर हाईवेयर, सोफ्टवेयर, डेटा या सूचना को किसी प्रकार का नुकसान एवं चोरी आदि से बचाना। इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग के कारण निरन्तर साइबर Crime बढ़ता जा रहा है।

Anil Computers Best Computer Institute in Udaipur द्वारा प्रस्तुत किया गया है

आपके ऑनलाइन सुरक्षा के मामले में क्या हो रहा है? यह ब्लॉग पोस्ट आपको साइबर सुरक्षा और जागरूकता के महत्व के बारे में जानकारी देगा और आपको बताएगा कि आपके कंप्यूटर और डिजिटल जीवन की सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं।

1. साइबर सुरक्षा क्या है?

साइबर सुरक्षा वह प्रक्रिया है जिसमें आपके कंप्यूटर सिस्टम और डेटा को ऑनलाइन खतरों से बचाया जाता है। यह वायरस, मैलवेयर, फिशिंग, और अन्य ऑनलाइन हमलों से आपकी सुरक्षा की गारंटी देता है।

साइबर खतरों के प्रकार :- जो हमारे अनुमति के बिना Computer में प्रवेश करता हैं। वह साइबर खतरा है। इसके कई प्रकार है और इसे दूर करने के उपाय भी आपको बताए जा रहे है।

1.     मेलवेयर - मेलवेयर हमारे Computer से डेटा की चोरी व डेटा को नष्ट करने का प्रयास करता है। यह ई मेल अटैचमेंट, सोफ्टरवेयर डाउनलोड व ओपरेटिंग  सिस्टम की कमजोरियों के माध्यम से प्रवेश कर लेता है।

               यह तीन प्रकार के होते है-

               1. वायरस

               2. ट्रोजन होर्स

               3. स्पाइवेयर

     1. वायरस - एक एक प्रकार के प्रोग्रामस है। जो Computer को Slow कर देते है या कई बार Computer को Hang कर देते है।

     2. स्पाइवेयर - यह एक ऐसा Software है जो आपके Computer की जासूसी करता है इसे "Key Logger" के रूप में भी जाना जाता हे।

     3. ट्रोजन होर्स- यह चुपके से हमारे Computer पर वायरस या किसी अन्य प्रकार के मैलवेयर को डाउनलोड कर लेता है।

2. फिशिंग- हमारे ई मेल पर एक लिकं भेजा जाता है जिस पर यदि हम Click करते है तो हमारी

     व्यक्तिगत जानकारी पुछी जाती है जैसे- पासवर्ड,नाम,जन्म तारीख, पिन आदि।

3. पासवर्ड हमले- पासवर्ड अटैक में, कोई अनजान व्यक्ति हमारे सिस्टम से बैकं के खातों, ई- मेल खातों तक पहुँचने का प्रयास करता है। एल्गोरिथ्म सोफ्टवेयर का उपयोग करके हमलावर हमारा पासवर्ड पता लगाने की कोशिश करता हैं।

4. मेलवर टाईजिन - इस हमले में हमलावर विभिन्न प्रकार के विज्ञापन को अपलोड कर लेते हे यदि हम इस विज्ञापनों पर Click करते हे तो यह मेलवेयर को हमाने Computer पर Install कर देता है।

5. सिस्टम सिक्योरिटी में सेध- इसे आमतौर पर हैकिंग/क्रैकिंग कहा जाता है। हमारे Computers System की Secure Files की जानकारी ले लेता है।

6. वेब हमले - S Q L Injection में लोग इन Forms में उपस्थिल User Name और  Password fields के द्वारा   S Q L Command input करके सर्वर पर एक्सीक्यूट करवाया जाता है।

7. सेशन अपहरण - इस हमले में हमलावर क्लाइंट मशीन और सर्वर के बीच एक औथेन्टीकेशन सेशन (Authenticated Session) की निगरानी करता है।

8. डी एन एस पोईजनींग - D N S (Domain Name Server) डोमेन नामों जैसे- www.anilcomputersudaipur.com)को Computer और रूटर को समझने वाली भाषा आईपी ऐड्रेस में तब्दील कर देता है।

साइबर खतरो से बचने के कुछ निम्न उपाय है-

     1. किसी अनजान द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन नही करना और ना ही ई मेल अटेचमेंट को  डाउनलोड करें।

     2. एक मजबूत एंटीवायरस और नवीनतम ओपरेटिग सिस्टम को इनस्टाल करें।

     3. यदि हमें ई मेल भेजने वाले के बारे में जानकारी नही हैं तो उसे Open नही करें। इससे फिशिंग अटेक से बच सकते है।

     4. हमें हमारा पासवर्ड ऐसा बनाना चाहिए जिसका अनुमान लगाना आसान नही हो । जैसे उसमें Upper Case Letters, Lower Case Letters, Number और स्पेशल करैक्टर (!, @, #, %) और पासवर्ड न्युनतम 8 करैक्टर का हो।

     5. समय-समय पर अपना Password Change करते रहे।

     6. हमारे Computer मे नियमित रूप से सोफ्टवेयर अपडेट करते रहना चाहिए और हमारे Computer सिस्टम मे आने वाले डेटा की निगरानी करते रहना चाहिए।

     7. ऐसे विज्ञापनों पर Click न करें जो वास्तविक से न लगते हो।

     8. उन्ही Websites को Open करे जिन पर 'Padlock' और 'https://' हो।

     9. Websites address को देखें, जांच करें की उसकी स्पेलिग सहीं है या नहीं।

     10. यदि हमें किसी Website पर शक हो तो internet पर search कर लेना चाहिए की website बेईमान तो नहीं हैं।

     11. जब भी हम अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे-पासवर्ड, डेविट कार्ड, क्रेडिट कार्ड ओर पिन आदि कही दर्ज करतें है तो Check कर ले कि वह website सुरक्षित है उसके कुछ तरीके हैं।

               11.1       Login करते समय चेक करे कि ब्राउजर विड़ो में एक पैडलोक (Padlock) बना हुआ होA

     11.2 वेब पते को 'Https://' के साथ शुरू होना चाहिए इसमें 'S' का अर्थ हैं सिक्योर (Secure)

          11.3    ऐसी वेबसाइड जिन्हें आप नहीं जानते हैं, उनका उपयोग करतें समय एक सत्यापन           प्रमाण पत्र देखें। प्रमाण पत्र का प्रकार ब्राउजर फ्रेम मे Padlock पर click करके देखा जा      सकता है।

अतः उपर्युक्त उपायों को अपनाकर हम Cyber-Crime  से बच सकते हैं।

 

Anil Computers Best Computer Institute in Udaipur का योगदान

Anil Computers Best Computer Institute in Udaipur आपको साइबर सुरक्षा के महत्व को समझाने में मदद करता है और आपको सुरक्षित रूप से ऑनलाइन सुरक्षा की जागरूकता प्रदान करता है। हमारा मिशन है आपको डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रूप से बनाने के लिए साइबर सुरक्षा के मामले में जागरूक बनाना और आपके ऑनलाइन अनुभव को सुरक्षित रूप से बनाने का साथ देना।*

 

इस ब्लॉग पोस्ट का पालन करके, आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूती से बढ़ा सकते हैं और एक सुरक्षित डिजिटल जीवन का आनंद ले सकते हैं। Anil Computers Best Computer Institute in Udaipur आपके साथ है, आपके ऑनलाइन सुरक्षा की आवश्यकताओं को समझने और सामर्थ्य बनाने में मदद करते हुए।

      

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