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Financial Literacy and Digital Payment Application 5

Financial Literacy and Digital Payment Application 5

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वित्तीय साक्षरता डिजिटल भुगतान अनुप्रयोग (Financial Literacy and digital payment Application)   

ऑनलाइन बैंकिंग से आप इंटरनेट के माध्यम से वित्तीय लेन-देन कर सकते हैं, जिससे यह सुविधा जनक और कहीं से भी सुलभ हो जाता है। यह इंटरनेट बैंकिंग, नेट बैंकिंग, ई-बैंकिंग या वर्चुअल बैंकिंग के रूप में भी जाना जाता हैं। यहाँ ऑनलाइन बैंकिंग के कुछ प्रमुख बिंदु हैं:

ऑनलाइन बैंकिंग के लाभ

  1. सुविधा: कभी भी और कहीं से भी अपने बैंक खाते तक पहुँच सकते हैं।
  2. गति: पारंपरिक बैंकिंग विधियों की तुलना में लेन-देन तेज होता है।
  3. 24/7 एक्सेस: सामान्य बैंकिंग घंटों के बाहर भी बैंकिंग कार्य कर सकते हैं।
  4. पेपरलेस: भौतिक स्टेटमेंट और चेक की आवश्यकता कम हो जाती है।

सामान्य सुविधाएँ

  1. खाता प्रबंधन:          बैलेंस, लेन-देन इतिहास और स्टेटमेंट देखें।
  2. फंड ट्रांसफर:         खातों के बीच या अन्य व्यक्तियों को पैसे ट्रांसफर करें।
  3. बिल भुगतान:         सीधे अपने बैंक खाते से बिल का भुगतान करें।
  4. मोबाइल बैंकिंग:     चलते-फिरते बैंकिंग के लिए ऐप्स का उपयोग करें।
  5. अलर्ट और नोटिफिकेशनलेन-देन और खाता गतिविधियों के लिए अलर्ट प्राप्त करें।

 

ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाती हैं:

ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं

  1. खाता प्रबंधन:
    • बैलेंस चेक करना
    • लेन-देन इतिहास देखना
    • स्टेटमेंट डाउनलोड करना
  2. फंड ट्रांसफर:
    • अपने खातों के बीच पैसे ट्रांसफर करना
    • अन्य बैंक खातों में पैसे भेजना
    • IMPS, NEFT, और RTGS जैसी सेवाओं का उपयोग करना
  3. बिल भुगतान:
    • बिजली, पानी, गैस, और क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान
    • DTH और मोबाइल रिचार्ज
  4. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD):
    • नए FD और RD अकाउंट खोलना
    • मौजूदा डिपॉजिट का प्रबंधन करना 
  1. लोन सेवाएं:
    • लोन की जानकारी देखना
    • लोन का पुनर्भुगतान करना
    • लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करना
  2. इंश्योरेंस:
    • बीमा पॉलिसी खरीदना
    • बीमा प्रीमियम का भुगतान
  3. क्रेडिट कार्ड सेवाएं:
    • क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट देखना
    • क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान
    • नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना
  4. चेक सेवाएं:
    • चेक बुक के लिए अनुरोध करना
    • चेक की स्थिति को ट्रैक करना
  5. इनवेस्टमेंट सेवाएं:
    • म्यूचुअल फंड में निवेश करना
    • इक्विटी और बॉन्ड खरीदना
    • SIP (Systematic Investment Plan) सेट करना
  6. टैक्स भुगतान:
    • आयकर और अन्य करों का भुगतान
  7. कस्टमर सपोर्ट:
    • ऑनलाइन शिकायत दर्ज करना
    • खाते से संबंधित सवालों का जवाब प्राप्त करना

 

खाता खोले जाने की प्रक्रिया

ऑनलाइन बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया में सबसे पहले बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और "Open a New Account" विकल्प का चयन करें। खाता प्रकार (जैसे सेविंग्स अकाउंट या करंट अकाउंट) चुनें और ऑनलाइन फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत और संपर्क जानकारी भरें। पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड) और पते का प्रमाण अपलोड करें। ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें और मोबाइल नंबर तथा ईमेल सत्यापित करें। कुछ बैंकों में प्रारंभिक जमा राशि की आवश्यकता हो सकती है, जिसे ऑनलाइन ट्रांसफर करें। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपको आपके नए खाते की जानकारी (जैसे खाता संख्या, आईएफएससी कोड) प्राप्त होगी, और आपका खाता सक्रिय हो जाएगा।

 

जन धन योजना

प्रधानमंत्री जन धन योजना भारत सरकार द्वारा अगस्त 2014 में शुरू की गई एक राष्ट्रीय योजना है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों तक वित्तीय सेवाओं जैसे बचत, जमा बैंक खाता, प्रेषित धन, क्रेडिट, बीमा, और पेंशन को पहुंचाना है। योजना के तहत खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में, यदि आधार कार्ड उपलब्ध है तो अन्य किसी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती, और यदि पता बदल गया है तो वर्तमान पते का स्वयं-प्रमाणीकरण पर्याप्त है। अगर आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है, तो मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, या नरेगा कार्ड जैसे आधिकारिक वैध दस्तावेज आवश्यक हैं, जो पहचान और पते दोनों का प्रमाण हो सकते हैं। 'कम जोखिम' वाले व्यक्तियों के लिए केंद्रीय/राज्य सरकार के विभागों, वैधानिक/नियामक प्राधिकरण, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों द्वारा जारी पहचान पत्र, या एक विधिवत रूप से सत्यापित फोटो के साथ एक गैजेटेड अधिकारी द्वारा जारी पत्र स्वीकार्य हैं।

 

क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड एक वित्तीय साधन है जिसका उपयोग व्यक्ति या व्यापारी अपनी खरीदारियों के लिए वित्तीय संसाधनों को आगामी वित्तीय वर्ष में भुगतान करने के लिए कर सकता है। क्रेडिट कार्ड का प्रयोग बिना किसी तत्काल भुगतान के किए गए खरीदारी के लिए किया जा सकता है, और आपको समय दिया जाता है ताकि आप अपनी बिल का भुगतान कर सकें। इसके लिए आपको ब्याज के साथ भुगतान करना पड़ता है, जो आपकी खरीदारियों के बाद आपके द्वारा किए गए भुगतान के रूप में लिया जाता है।

क्रेडिट कार्ड को पहचानने के लिए यहाँ कुछ मुख्य तरीके हैं:

1.      कार्ड नंबर:   आपके क्रेडिट कार्ड पर छपे हुए 16 अंकों का नंबर। यह आपके कार्ड की पहचान में                             मुख्य भूमिका निभाता है।

2.      नाम:             आपके कार्ड पर छपे हुए आपके नाम के साथ मैच करना चाहिए।

3.     मासिक सीमा: आपके कार्ड पर छपे हुए सीमा को जांचना चाहिए, जो आपके कार्ड की वैधता दिखाता                          है।

4.      CVV नंबर:      यह तीन अंकों का संख्यात्मक कोड होता है जो आपके कार्ड की पुष्टि करता है जब                               आप ऑनलाइन भुगतान करते हैं।

5.      फोटो ID:         कई संदर्भों में, आपको अपने कार्ड के साथ अपनी फोटो ID का प्रयोग करना पड़                               सकता है जैसे कि एक पहचान पत्र।

 

डेबिट कार्ड (Debit Card)

डेबिट कार्ड एक वित्तीय साधन है जो आपको अपने बैंक खाते से सीधे वित्तीय लेनदेन करने की सुविधा देता है। यह कार्ड आपको ऑनलाइन और ऑफ़लाइन खरीददारी के लिए उपयोग करने की अनुमति देता है और धन निकालने के लिए एटीएम का भी उपयोग किया जा सकता है। डेबिट कार्ड खाते से सीधे धन विनिमय करता है, तो आपको अपने खाते में उपलब्ध धन की विशिष्ट मात्रा से ही व्यय करना पड़ता है। यह आमतौर पर आपके बैंक खाते से सीधे जुड़ा होता है और अधिकांश बैंक्स इसे अपने ग्राहकों को खोलते हैं जब वे एक खाता खोलते हैं।

 

डेबिट कार्ड को पहचानने के लिए यहाँ कुछ मुख्य तरीके हैं:

1.      कार्ड नंबर:       आपके डेबिट कार्ड पर छपे हुए 16 अंकों का नंबर। यह आपके कार्ड की पहचान में                            मुख्य भूमिका निभाता है।

2.      नाम:                आपके कार्ड पर छपे हुए आपके नाम के साथ मैच करना चाहिए।

3.      मासिक सीमाआपके कार्ड पर छपे हुए सीमा को जांचना चाहिए, जो आपके कार्ड की वैधता दिखाता                          है।

4.      CVV नंबर:        यह तीन अंकों का संख्यात्मक कोड होता है जो आपके कार्ड की पुष्टि करता है जब                              आप ऑनलाइन भुगतान करते हैं।

5.      फोटो ID:          कई संदर्भों में, आपको अपने कार्ड के साथ अपनी फोटो ID का प्रयोग करना पड़                                सकता है जैसे कि एक पहचान पत्र।

रुपे कार्ड भुगतान (Rupay Card Payment)

RuPay कार्ड एक भारतीय वित्तीय साधन है जो National Payments Corporation of India (NPCI) द्वारा प्रबंधित किया जाता है। यह भारत में उपलब्ध एक प्रमुख डेबिट और क्रेडिट कार्ड है, जिसका उपयोग विभिन्न भुगतान विकल्पों के लिए किया जाता है।

RuPay कार्ड का उपयोग करके आप ऑनलाइन और ऑफ़लाइन भुगतान कर सकते हैं। इसके माध्यम से खरीददारी, एटीएम से नकदी निकालना, वेबसाइट्स और ऐप्स में भुगतान करना संभव होता है। RuPay कार्ड भारत में प्रसारित है और यह एक सुरक्षित और प्रभावी वित्तीय साधन है जो विभिन्न वित्तीय सेवाओं को पहुंचने में मदद करता है।

पहले लेनदेन (First Transaction) करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन किया जाता है:

1.      पंजीकरण: अपने नए डेबिट कार्ड को ऑनलाइन खाते में पंजीकृत करने के लिए आपको अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर अपने कार्ड और अकाउंट डिटेल्स भरने की आवश्यकता होगी।

2.      सत्यापन: कई बैंक और कार्ड कंपनियां आपसे लेनदेन के लिए एक सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने का अनुरोध करती हैं। इसमें आपको अपनी पहचान सत्यापित करने के लिए एक OTP (एक बार का पासवर्ड) प्राप्त करना होता है जिसे आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है।

3.      भुगतान: OTP प्राप्त करने के बाद, आप अपने डेबिट कार्ड का उपयोग करके अपने बैंक खाते से भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना कार्ड डिटेल्स और भुगतान की राशि दर्ज करनी होगी।

4.      पुष्टि: भुगतान सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, आपको एक पुष्टिकरण संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा और आपका लेनदेन सम्पन्न हो जाएगा।

 

RuPay डेबिट कार्ड का उपयोग करके ऑनलाइन लेनदेन (सफलतापूर्वक पंजीकरण के बाद)

1. कार्ड विवरण दर्ज करें:

  • मर्चेंट चेकआउट पेज पर, अपना RuPay कार्ड नंबर, समाप्ति तिथि (expiry date), और CVV (कार्ड के पीछे 3 अंक) दर्ज करें।

2. छवि सत्यापन:

  • कार्डधारक सत्यापन के लिए, आपको 20 छवियों में से उस छवि का चयन करना होगा जिसे आपने पहले लेनदेन के दौरान पंजीकृत किया था।

3. वाक्यांश सत्यापन:

  • अगली स्क्रीन पर, आपको पिछले तीन ऑनलाइन लेनदेन में दर्ज किए गए "वाक्यांश" (phrase) को स्वीकार करना होगा।

4. ATM PIN सत्यापन:

  • एक स्व-परिवर्तनशील (scrambling) पिन पैड पेज दिखाई देगा।
  • कार्ड नंबर के अंतिम चार अंक दिखाए जाएंगे।
  • केवल माउस का उपयोग करके सही ATM PIN दर्ज करें (कीबोर्ड प्रविष्टि अनुमति नहीं है)।
  • प्रत्येक अंक दर्ज करने के बाद पिन पैड बदल जाएगा।
  • 'जमा करें' पर क्लिक करें।

5. लेनदेन सफलता:

  • यदि ATM PIN सही ढंग से दर्ज किया गया है, तो लेनदेन सफल होगा।
  • बैंक लेनदेन को स्वीकार करेगा।
  • आपको सफलता का संदेश दिखाई देगा।

नोट:

  • OTP केवल पहले पंजीकरण या कार्ड रीसेट के समय आवश्यक होता है।
  • यह प्रक्रिया RuPay डेबिट कार्ड के लिए है। अन्य कार्ड प्रकारों के लिए प्रक्रिया भिन्न हो सकती है।

अतिरिक्त सुरक्षा:

  • छवि और वाक्यांश सत्यापन लेनदेन को अधिक सुरक्षित बनाते हैं।
  • स्व-परिवर्तनशील पिन पैड पिन को देखने से रोकता है।

 

 

Step to pay online NetBanking Payment

ऑनलाइन नेटबैंकिंग भुगतान करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

1.      उत्पाद/सेवा का चयन करें: उस वेबसाइट या ऐप पर जाएं जहां से आप खरीदारी करना चाहते हैं। उस                                    उत्पाद या सेवा का चयन करें जिसे आप खरीदना चाहते हैं और चेकआउट                                        पेज पर जाएं।

2.      भुगतान विधि चुनें:      भुगतान पृष्ठ पर, अपनी पसंदीदा भुगतान विधि के रूप में "नेटबैंकिंग" का                                         चयन करें।

3.      बैंक का चयन करें:     नेटबैंकिंग विकल्प चुनने के बाद, उस बैंक का चयन करें जिसमें आपका खाता                                     है।

4.      लॉगिन विवरण दर्ज करें: चुने गए बैंक के लॉगिन पेज पर रीडायरेक्ट होने के बाद, अपना नेटबैंकिंग                                      यूजर आईडी और पासवर्ड दर्ज करें।

5.      भुगतान विवरण की पुष्टि करें: बैंक के पेज पर, आपको भुगतान का विवरण दिखाई देगा। सभी                                            जानकारी की पुष्टि करें और "पे" या "सबमिट" बटन पर क्लिक करें।

6.      OTP दर्ज करें:          बैंक द्वारा भेजे गए वन-टाइम पासवर्ड (OTP) को दर्ज करें और सत्यापित करें।

7.      भुगतान की पुष्टि करें: सफलतापूर्वक भुगतान होने के बाद, आपको एक पुष्टि संदेश मिलेगा और एक                                    ईमेल या एसएमएस के माध्यम से भी आपको सूचना प्राप्त होगी।

 

पॉइंट ऑफ सेल (POS)

पॉइंट ऑफ सेल (POS) टर्मिनल एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो आमतौर पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड भुगतान की सुविधा प्रदान करता है। यह निम्नलिखित चरणों में काम करता है:

  1. लेन-देन शुरू करना:
    • ग्राहक द्वारा खरीदे गए उत्पादों या सेवाओं की कुल राशि को POS मशीन में दर्ज करें।
  2. कार्ड स्वाइप/डिप करना:
    • ग्राहक अपना क्रेडिट या डेबिट कार्ड POS मशीन में स्वाइप करता है या चिप-आधारित कार्ड को मशीन में डालता है।
    • संपर्क रहित भुगतान के लिए, ग्राहक अपना कार्ड, फोन, या अन्य NFC- सक्षम डिवाइस को टर्मिनल के पास रखता है।
  3. लेन-देन का विवरण:
    • POS मशीन में कार्ड विवरण, जैसे कार्ड नंबर, समाप्ति तिथि और CVV कोड (अगर आवश्यक हो), पढ़ता है और उन्हें सुरक्षित तरीके से प्रोसेस करता है।
  4. लेन-देन की प्रमाणीकरण:
    • कार्ड जारीकर्ता बैंक द्वारा ट्रांजेक्शन की सत्यापन और स्वीकृति के लिए एक अनुरोध भेजा जाता है।
    • ग्राहक से लेन-देन की पुष्टि के लिए पिन दर्ज करने या हस्ताक्षर करने के लिए कहा जा सकता है।
  5. प्रमाणीकरण कोड प्राप्त करना:
    • बैंक लेन-देन को सत्यापित करता है और POS मशीन को एक अनुमोदन कोड भेजता है।
    • यह कोड पुष्टि करता है कि लेन-देन स्वीकृत हो गया है।
  6. लेन-देन की रसीद:
    • POS मशीन स्वीकृत लेन-देन की एक रसीद प्रिंट करती है।
    • ग्राहक को रसीद की एक कॉपी दी जाती है और व्यापारी रसीद की दूसरी कॉपी रखता है।
  7. लेन-देन पूरा करना:
    • लेन-देन पूरा होने के बाद, राशि ग्राहक के बैंक खाते से व्यापारी के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाती है।
    • यह प्रक्रिया तुरंत या कुछ समय में पूरी हो सकती है, बैंक और व्यापारी के प्रोसेसिंग समय पर निर्भर करता है।

 

मोबाइल भुगतान (Mobile Payment)

मोबाइल पेमेंट्स एक डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसमें स्मार्टफोन या टैबलेट का उपयोग करके लेनदेन किया जाता है। इसमें मोबाइल वॉलेट्स (जैसे Paytm, Google Pay), UPI (जैसे BHIM, PhonePe), कॉन्टैक्टलेस पेमेंट्स (NFC आधारित), मोबाइल बैंकिंग ऐप्स और QR कोड पेमेंट्स शामिल हैं। यह प्रणाली उपयोगकर्ताओं को कहीं भी और कभी भी त्वरित, सुरक्षित और सुविधाजनक भुगतान की सुविधा प्रदान करती है। मोबाइल पेमेंट्स नकद लेनदेन की आवश्यकता को कम करते हुए डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

मोबाइल/ डिजिटल वॉलेट (Mobile / digital wallets)

मोबाइल या डिजिटल वॉलेट्स ऐसी ऐप्स हैं जो स्मार्टफोन या टैबलेट पर इंस्टॉल की जाती हैं और डिजिटल रूप में भुगतान की सुविधा प्रदान करती हैं। ये वॉलेट्स यूजर्स को उनके बैंक खातों, क्रेडिट/डेबिट कार्ड्स, और अन्य भुगतान विधियों को लिंक करने की अनुमति देती हैं ताकि वे आसानी से और जल्दी से भुगतान कर सकें। यहाँ कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:

  1. उदाहरण: Paytm, Google Pay, PhonePe, Apple Pay, Samsung Pay
  2. विशेषताएँ:
    • भुगतान: स्टोर, ऑनलाइन शॉपिंग, बिल भुगतान, और अन्य सेवाओं के लिए उपयोग किया जा सकता है।
    • पैसे भेजना/प्राप्त करना: दोस्तों और परिवार के बीच पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा।
    • कैशबैक और रिवॉर्ड्स: कई वॉलेट्स कैशबैक, डिस्काउंट्स, और रिवॉर्ड्स प्रदान करते हैं।
  3. सुरक्षा:
    • एन्क्रिप्शन: ट्रांजेक्शन को सुरक्षित बनाने के लिए डेटा एन्क्रिप्ट किया जाता है।
    • मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन: अतिरिक्त सुरक्षा के लिए OTP, पिन, या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन का उपयोग किया जाता है।
  4. सुविधा: तुरंत और कहीं भी भुगतान करने की सुविधा, जिससे नकद या कार्ड कैरी करने की आवश्यकता नहीं होती।

मोबाइल वॉलेट्स डिजिटल भुगतान को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाते हैं, जिससे यूजर्स के लिए वित्तीय लेनदेन अधिक सहज हो जाता है।

 

पेटीएम (Paytm)

Paytm का उपयोग करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

1. Paytm ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करें:

  • अपने स्मार्टफोन पर Google Play Store (Android) या App Store (iOS) खोलें।
  • "Paytm" सर्च करें और ऐप को डाउनलोड करके इंस्टॉल करें।

2. रजिस्टर/लॉगिन करें:

  • ऐप खोलें और "Create New Account" पर क्लिक करें।
  • अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP के माध्यम से वेरिफाई करें।
  • आवश्यक विवरण भरकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें।

3. वॉलेट में पैसे जोड़ें:

  • ऐप में "Add Money" ऑप्शन पर जाएं।
  • राशि दर्ज करें और "Add Money" पर क्लिक करें।
  • भुगतान करने के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, या नेट बैंकिंग का उपयोग करें।

4. भुगतान कैसे करें:

  • QR कोड स्कैन करें:
    • होम स्क्रीन पर "Scan & Pay" विकल्प पर क्लिक करें।
    • व्यापारी या दुकान के QR कोड को स्कैन करें।
    • राशि दर्ज करें और "Pay" पर क्लिक करें।
  • मोबाइल नंबर से भुगतान करें:
    • होम स्क्रीन पर "Pay" विकल्प पर जाएं।
    • रिसीवर का मोबाइल नंबर दर्ज करें।
    • राशि दर्ज करें और "Send Money" पर क्लिक करें।
  • बिल भुगतान:
    • होम स्क्रीन पर "Recharge & Bill Payments" विकल्प पर क्लिक करें।
    • अपने बिल का प्रकार चुनें (जैसे बिजली, पानी, मोबाइल रिचार्ज)
    • आवश्यक विवरण भरें और "Proceed to Pay" पर क्लिक करें।

5. पैसे भेजना/प्राप्त करना:

  • Send Money:
    • "Pay" ऑप्शन पर क्लिक करें और रिसीवर का मोबाइल नंबर दर्ज करें।
    • राशि दर्ज करें और "Send Money" पर क्लिक करें।
  • Receive Money:
    • "Passbook" में जाएं और "Receive Money" ऑप्शन पर क्लिक करें।
    • अपना QR कोड दिखाएं या मोबाइल नंबर शेयर करें जिससे अन्य लोग आपको पैसे भेज सकें।

6. ऑफर और कैशबैक:

  • होम स्क्रीन पर "Deals & Offers" या "Cashback" सेक्शन देखें।
  • उपलब्ध ऑफर का लाभ उठाएं और कैशबैक प्राप्त करें।

7. बैंक ट्रांसफर:

  • "Passbook" पर जाएं और "Send Money to Bank" विकल्प चुनें।
  • बैंक अकाउंट विवरण भरें और राशि दर्ज करें।
  • "Proceed" पर क्लिक करें और ट्रांजेक्शन पूरा करें।

8. सुरक्षा:

  • Paytm ऐप में एक मजबूत पिन या पासवर्ड सेट करें।
  • यदि उपलब्ध हो, तो बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन (जैसे फिंगरप्रिंट या फेस आईडी) का उपयोग करें।

 

YONO ऐप का उपयोग कैसे करें

1. ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करें:

  • अपने स्मार्टफोन पर Google Play Store (Android) या App Store (iOS) खोलें।
  • "YONO SBI" सर्च करें और ऐप को डाउनलोड करके इंस्टॉल करें।

2. रजिस्ट्रेशन/लॉगिन करें:

  • ऐप खोलें और "New User Registration" पर क्लिक करें।
  • अपना मोबाइल नंबर, CIF नंबर, और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
  • एक मजबूत पासवर्ड और MPIN सेट करें।

3. बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करें:

  • होम स्क्रीन पर "Bank" सेक्शन में जाएं।
  • बैलेंस चेक, फंड ट्रांसफर, मिनी स्टेटमेंट आदि सेवाओं का उपयोग करें।

4. खर्च और निवेश:

  • "Invest" या "Shop & Order" सेक्शन में जाएं।
  • म्यूचुअल फंड, बीमा, एफडी, और शॉपिंग ऑफर का लाभ उठाएं।

5. बिल भुगतान और रिचार्ज:

  • "Bill Pay" या "Recharge" विकल्प पर क्लिक करें।
  • मोबाइल नंबर या बिल डिटेल्स दर्ज करें और भुगतान करें।

6. लोन और क्रेडिट कार्ड:

  • "Loans" या "Cards" सेक्शन में जाएं।
  • पर्सनल लोन, होम लोन, या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करें।

सुरक्षा

  • MPIN: ऐप में लॉगिन करने के लिए MPIN का उपयोग करें।
  • बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन: फिंगरप्रिंट या फेस आईडी का उपयोग करके अतिरिक्त सुरक्षा सुनिश्चित करें।
  • सुरक्षा अलर्ट: किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत सूचना प्राप्त करें।

 

Statement Generation By YONO App

 1.YONO ओपन करें तथा लॉगिन करें

2.लॉगिन के पश्चात एकाउंट्स सेक्शन पर टैप करें।

3. Account नंबर सेलेक्ट करें।

4.अगली स्क्रीन पर आप अकाउंट स्टेटमेंट देखे

5. इस स्टेटमेंट को डाउनलोड।करने के लिए पासबुक आइकन पर टैप करें।

 स्टेटमेंट मोबाइल पर सेव हो जाएगा।

 

UPI (Unified Payment Interface- एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस)

यूपीआई (UPI) ऐप्स का उपयोग करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. ऐप इंस्टॉलेशन:
    • अपने स्मार्टफोन में UPI सक्षम ऐप जैसे BHIM, Google Pay, PhonePe, आदि को डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
    • ऐप को खोलें और "Get Started" या "Register" पर क्लिक करें।
  2. प्रोफ़ाइल बनाएं:
    • अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP प्राप्त करें जो आपके मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है।
    • अपना नाम, ईमेल, और पासवर्ड दर्ज करें।
  3. बैंक खाता लिंक करें:
    • "Add/Link/Manage Bank Account" विकल्प पर जाएं।
    • अपने बैंक का चयन करें और अपना बैंक खाता नंबर डालें।
    • बैंक द्वारा प्राप्त OTP को दर्ज करें और अपने बैंक खाते को ऐप से लिंक करें।
  4. M-PIN बनाएं:
    • "Set UPI PIN" विकल्प पर जाएं।
    • अपने डेबिट कार्ड के अंतिम 6 अंक और समाप्ति तिथि दर्ज करें।
    • आपको OTP प्राप्त होगा, जिसे दर्ज करें।
    • अपना नया M-PIN (Mobile Banking Personal Identification Number) दर्ज करें और इसे सबमिट करें।
  5. भुगतान करें (Send Money):
    • "Send Money" या "Transfer" विकल्प पर जाएं।
    • प्राप्तकर्ता का UPI ID, मोबाइल नंबर, या QR कोड स्कैन करें।
    • राशि दर्ज करें और "Send" पर क्लिक करें।
    • अपना M-PIN दर्ज करें और भुगतान पूरा करें।
  6. पैसे प्राप्त करें (Receive Money):
    • "Request" विकल्प पर जाएं और राशि और प्राप्तकर्ता का UPI ID या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
    • "Request" पर क्लिक करें और प्राप्तकर्ता के द्वारा प्रत्युत्तर मिलने पर पैसे प्राप्त करें।
  7. अन्य सेवाएं:
    • अपने बैंक खाते के संबंधित ट्रांजेक्शन और प्रोफ़ाइल सेटिंग्स को "Transactions" और "Profile" में देखें और संपादित करें।

 

BHIM-Bharat Interface For Money

   डाउनलोड और स्थापना: Android या iOS उपयोगकर्ता Play Store या App Store से BHIM ऐप डाउनलोड करें। ऐप को इंस्टॉल करें और अपनी पसंदीदा भाषा चुनें। अपने मोबाइल नंबर को OTP सत्यापित करें। सत्यापन के बाद, चार-अंकीय पासकोड दर्ज करें।

·  बैंक खाता लिंक करना: पासकोड सेट करने के बाद, उपलब्ध बैंकों में से अपना बैंक चुनें। ऐप आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग करके आपके विवरण खुद से लाएगा। लेन-देन के लिए अपने प्राथमिक बैंक खाता का चयन करें।

·  लेन-देन विकल्प: ऐप तीन मुख्य विकल्प प्रदान करता है:

  • भेजें: किसी को पैसे भेजने के लिए, उनका मोबाइल नंबर और राशि दर्ज करें।
  • अनुरोध करें: किसी से पैसे मांगने के लिए अनुरोध भेजें।
  • स्कैन/भुगतान करें: QR कोड का उपयोग करके तुरंत भुगतान करें या प्राप्त करें।

·  सुरक्षा: लेन-देन को M-PIN (मोबाइल बैंकिंग व्यक्तिगत पहचान संख्या) से सुरक्षित किया जाता है, जो आमतौर पर चार या छह-अंकीय कोड होता है।

·  अतिरिक्त सुविधाएँ: BHIM UPI के माध्यम से किसी भी दो बैंक खातों के बीच तुरंत धन हस्तांतरण करने की सुविधा प्रदान करता है, जो डिजिटल भुगतानों को आसान बनाता है।

 

यूएसएसडी (USSD-Unstructured Supplementary Service Data)

यूएसएसडी (USSD - Unstructured Supplementary Service Data) एक बुनियादी सुविधा है जो मोबाइल फोन के जरिए मोबाइल बैंकिंग ट्रांजेक्शन को संभव बनाती है बिना इंटरनेट या स्मार्टफोन के उपयोग के। आप *99# डायल करके USSD सेवाएं उपयोग कर सकते हैं, जो सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSPs) में उपलब्ध होती हैं और इंटरैक्टिव मोबाइल स्क्रीन पर प्रदर्शित होती हैं। यह हिंदी और अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है।

USSD के माध्यम से आप निम्नलिखित सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं:

  • बैलेंस जांच: अपने बैंक खाते का बैलेंस जान सकते हैं।
  • मिनी स्टेटमेंट: अपने बैंक खाते के लेन-देन का मिनी स्टेटमेंट देख सकते हैं।
  • फंड ट्रांसफर: अन्य खाते में पैसे भेज सकते हैं।
  • MMID जानें: अपना MMID (मोबाइल मनी आईडेंटिफायर) जान सकते हैं।
  • M-PIN बदलें: अपना M-PIN बदल सकते हैं।
  • OTP उत्पन्न करें: अपने ट्रांजेक्शन के लिए OTP (वन टाइम पासवर्ड) उत्पन्न कर सकते हैं।

USSD एक सुरक्षित और त्वरित तरीका है बिना इंटरनेट कनेक्शन के विभिन्न बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के लिए।

 

आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS aadhaar Enabled payment system)

आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS - Aadhaar Enabled Payment System) एक ऐसी सेवा है जिसमें आप अपने आधार नंबर का उपयोग करके विभिन्न बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह प्रणाली भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है और इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को बैंकिंग सेवाओं के लिए एकीकृत और सुलभ पहुंच प्रदान करना है।

AEPS के माध्यम से आप निम्नलिखित कार्रवाई कर सकते हैं

  1. बैलेंस जांच: अपने बैंक खाते का बैलेंस जांच सकते हैं।
  2. नकद निकासी (Cash Withdrawal): अपने बैंक खाते से नकद निकासी कर सकते हैं।
  3. नकद जमा (Cash Deposit): अपने बैंक खाते में नकद जमा कर सकते हैं।
  4. पैसे का हस्तांतरण (Fund Transfer): अपने बैंक खाते से दूसरे खाते में पैसे भेज सकते हैं।
  5. बैंकिंग सेवाओं के लिए अन्य प्रयोग: जैसे कि पिन चेंज, मिनी स्टेटमेंट आदि।

यह सेवा बहुत ही सुरक्षित होती है क्योंकि इसमें आधार नंबर और अपनी उंगली का उपयोग किया जाता है जो एक प्रमाणित करण प्रक्रिया को पारित करता है। AEPS का उपयोग खासकर गाँवों और छोटे शहरों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने के लिए किया जाता है जहां डिजिटल बैंकिंग की सुविधा समय-समय पर पहुंच नहीं पाती है।

 

गूगल पे (Google Pay)

गूगल पे (Google Pay)  एक डिजिटल भुगतान प्लेटफ़ॉर्म है जिसे गूगल द्वारा विकसित किया गया है। इसके माध्यम से उपयोगकर्ता अपने एंड्रॉयड फोन या टैबलेट का उपयोग करके सुरक्षित और सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं। गूगल पे भारत में राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा विकसित एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) पर आधारित है। यह सभी प्रमुख भारतीय बैंकों के साथ संचालित होता है और यूपीआई भुगतान, सीधे हस्तांतरण और एप्लिकेशन के भुगतान के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

 

नईएफटी (NEFT - National Electronic Funds Transfer) एक अंतरबैंक नेटवर्किंग सेवा है जिसका उपयोग भारतीय नागरिकों द्वारा बैंकों के बीच धनराशि के सुरक्षित और सरल रूप से हस्तांतरण के लिए किया जाता है। यह इलेक्ट्रॉनिक तरीके से वित्तीय संसाधनों के लिए एक प्रमुख दर्शक सेवा है जो भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा प्रबंधित होती है।

एनईएफटी के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करना:

  1. प्रक्रिया:
    • एनईएफटी के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के लिए, आपको सबसे पहले अपने बैंक के ब्रांच में जाकर या नेट बैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से एनईएफटी के लिए आवंटित फॉर्म भरना होगा।
    • फॉर्म में प्राप्त विवरण जैसे प्राप्तकर्ता का बैंक खाता, ब्रांच का नाम, IFSC कोड आदि दर्ज करना होगा।
  2. ट्रांसफर:
    • फॉर्म भरने के बाद, बैंक शाखा या ऑनलाइन मोड के माध्यम से आप निर्दिष्ट राशि को अपने खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।
    • धनराशि आमतौर पर कुछ घंटों में ग्राहक के खाते में पहुंच जाती है, लेकिन इसमें विभिन्न बैंकों के बीच विभिन्न समय सीमा हो सकती है।

एनईएफटी के लाभ:

  • सुरक्षित और सुरक्षित: एनईएफटी ट्रांसफर इलेक्ट्रॉनिक रूप से किया जाता है, जिससे कि गलती के अवसरों की कमी होती है और वित्तीय संसाधनों की सुरक्षा बढ़ती है।
  • प्रभावी: इस सेवा का उपयोग बिना विशेष बैंक के समय और स्थान की परेशानी के बिना किया जा सकता है, जो उपयोगकर्ताओं को अधिक प्रभावी बनाता है।
  • व्यापक स्थिति: एनईएफटी ट्रांसफर भारत के सभी बैंकों में समर्थित है, इससे व्यापक स्थिति के बीच ट्रांसफर करना संभव होता है।

 

IMPS (Immediate Payment Service)

एक त्वरित इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सेवा है जो ग्राहकों को तुरंत और सुरक्षित तरीके से पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है। यह सेवा 24x7 उपलब्ध है, यानी इसे किसी भी समय, दिन या रात में उपयोग किया जा सकता है, यहां तक कि बैंक छुट्टियों में भी।

 

IMPS सेवा की प्रमुख तिथियां:

  1. पायलट लॉन्च (Pilot Launch):
    • IMPS को सबसे पहले 22 नवंबर 2010 को कुछ बैंकों के साथ पायलट आधार पर लॉन्च किया गया था।
  2. पूरे भारत में विस्तार (Nationwide Expansion):
    • पायलट परियोजना की सफलता के बाद, इसे 2010 के अंत तक पूरे भारत में विस्तारित कर दिया गया।

 

IMPS का Process:

  1. पंजीकरण (Registration):
    • सबसे पहले, आपको IMPS सेवा का उपयोग करने के लिए अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग सेवा में पंजीकरण करना होगा।
    • आपको बैंक से एक MMID (Mobile Money Identifier) और MPIN (Mobile Personal Identification Number) प्राप्त होगा।
  2. प्राप्तकर्ता की जानकारी (Beneficiary Details):
    • पैसे भेजने के लिए आपको प्राप्तकर्ता की जानकारी की आवश्यकता होगी, जैसे कि उनका मोबाइल नंबर और MMID या उनका बैंक खाता नंबर और IFSC कोड।
  3. ट्रांजैक्शन शुरू करना (Initiate Transaction):
    • अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप में लॉगिन करें।
    • IMPS फंड ट्रांसफर विकल्प चुनें।
    • प्राप्तकर्ता की जानकारी दर्ज करें।
    • भेजी जाने वाली राशि दर्ज करें।
  4. सत्यापन (Verification):
    • ट्रांजैक्शन की जानकारी की पुष्टि करें।
    • अपने MPIN का उपयोग करके ट्रांजैक्शन को प्रमाणित करें।
  5. ट्रांजैक्शन की पुष्टि (Transaction Confirmation):
    • ट्रांजैक्शन के सफल होने पर, आपको एक पुष्टि संदेश प्राप्त होगा जिसमें ट्रांजैक्शन की जानकारी होगी।
    • प्राप्तकर्ता को भी पैसे प्राप्त होने की सूचना मिल जाएगी।

IMPS के लाभ:

  • त्वरित सेवा: पैसे तुरंत स्थानांतरित होते हैं।
  • सुविधाजनक: 24x7 उपलब्धता।
  • सुरक्षित: उच्च स्तरीय सुरक्षा मानकों का पालन।
  • विविधता: मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और एटीएम के माध्यम से उपयोग किया जा सकता है।

IMPS सेवा का उपयोग करना आसान और सुविधाजनक है, और यह त्वरित पैसे भेजने और प्राप्त करने के लिए एक विश्वसनीय विकल्प है।

 

आरटीजीएस RTGS (Real-Time Gross Settlement) 

RTGS (Real-Time Gross Settlement) एक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर प्रणाली है, जिसका उपयोग उच्च-मूल्य के लेनदेन के लिए किया जाता है। इसमें धनराशि का हस्तांतरण वास्तविक समय (Real-Time) और सकल आधार (Gross Basis) पर होता है। यह सुविधा ग्राहकों को सुरक्षित और त्वरित तरीके से बड़े रकम को एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान करती है।

 

RTGS के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

  • RTGS प्रणाली भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नियंत्रित और संचालित होती है।
  • न्यूनतम ट्रांसफर राशि ₹2 लाख है, और अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।
  • ट्रांजैक्शन की पुष्टि तुरंत हो जाती है, जिससे धनराशि तुरंत ही प्राप्तकर्ता के खाते में जमा हो जाती है।

 

BBPS (भारत बिल पेमेंट सिस्टम)

भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) एक एकीकृत बिल भुगतान प्रणाली है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा विकसित और संचालित किया गया है। BBPS का उद्देश्य उपभोक्ताओं को एक ही प्लेटफार्म पर विभिन्न प्रकार के बिलों का भुगतान करने की सुविधा प्रदान करना है। यह प्रणाली एक सुरक्षित, त्वरित और सुविधाजनक तरीके से बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन, डीटीएच, और अन्य उपयोगिता बिलों का भुगतान करने की अनुमति देती है।Top of Form

 

FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है जिसे भारत सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के माध्यम से शुरू किया है। यह सिस्टम रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग करता है, जिससे टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल का भुगतान किया जा सकता है। FASTag को वाहन के विंडशील्ड पर लगाया जाता है और यह प्रीपेड अकाउंट से जुड़ा होता है।

 

 

फास्टैग( FASTag )

FASTag कैसे काम करता है?

  1. टैग की स्थापना (Installation of FASTag):
    • FASTag को वाहन के फ्रंट विंडशील्ड पर स्थापित किया जाता है।
    • यह टैग RFID तकनीक का उपयोग करता है और एक प्रीपेड अकाउंट से जुड़ा होता है।
  2. टोल प्लाजा से गुजरना (Passing Through Toll Plaza):
    • जब वाहन टोल प्लाजा के पास पहुंचता है, तो टोल प्लाजा पर लगे RFID रीडर द्वारा टैग को स्कैन किया जाता है।
    • RFID रीडर टैग को स्कैन कर भुगतान की जानकारी प्राप्त करता है।
  3. भुगतान की प्रक्रिया (Payment Process):
    • टैग में संचित राशि से टोल शुल्क स्वचालित रूप से काट लिया जाता है।
    • टोल शुल्क की कटौती के बाद, टोल प्लाजा पर लगी बैरियर स्वचालित रूप से उठ जाती है, जिससे वाहन बिना रुके आगे बढ़ सकता है।
  4. सत्यापन और सूचना (Verification and Notification):
    • भुगतान के सफल होने पर, वाहन चालक को एक पुष्टिकरण संदेश प्राप्त होता है।
    • FASTag अकाउंट में बैलेंस की जानकारी और कटौती का विवरण भी उपलब्ध होता है।

FASTag के लाभ:

  1. समय की बचत (Time Saving):
    • टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल का भुगतान होता है, जिससे समय की बचत होती है।
    • लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होती।
  2. ईंधन की बचत (Fuel Saving):
    • बिना रुके यात्रा करने से ईंधन की बचत होती है, क्योंकि इंजन को बार-बार स्टार्ट और स्टॉप नहीं करना पड़ता।
  3. सुविधाजनक (Convenient):
    • कैशलेस भुगतान की सुविधा प्रदान करता है।
    • ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा उपलब्ध होती है।
  4. सुरक्षित और पारदर्शी (Safe and Transparent):
    • टोल भुगतान की प्रक्रिया सुरक्षित और पारदर्शी होती है।
    • टोल शुल्क की कटौती की सूचना तुरंत प्राप्त होती है।
  5. प्रदूषण की कमी (Reduced Pollution):
    • वाहन की निरंतर गति से चलने के कारण प्रदूषण कम होता है।

फास्टैग (FASTag) की शुरुआत:

  • FASTag की शुरुआत 4 नवंबर 2014 को की गई थी।
  • यह पहल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा की गई थी।
  • यह परियोजना राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (NETC) कार्यक्रम का हिस्सा है।

FASTag प्रणाली ने टोल भुगतान की प्रक्रिया को सरल, तेज, और सुरक्षित बना दिया है, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा और समय की बचत होती है।

 

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