Compound interest
जब कोई व्यक्ति किसी दूसरेs व्यक्ति से या बैक से उधार लेता है तो उस धन का उपयोग करने पर जो उसे किराया देना पडता है उसे ब्याज कहते है। उधार लिए धन को मूलधन कहते है।
जब उधार ली गयी धनराशि का ब्याज न देकर उसे मूलधन राशि मे जोड दिया जाता है तो उसे मिश्रधन कहते है और फिर मिश्रधन पर ब्याज लगाया जाता है तो उसे Compound interest यानि चक्र ब्याज कहा जाता है
इसमे ब्याज पर भी ब्याज लिया जाता है
P = Principal Amount 10,000
R= Rate of interest 10%
M= term/ Period (years) 3
A = Matured Amount
I =Compound interest
P- Principal Amount - यानि हम जो पैसा बैक मे deposit करते है as a fixed deposit.
R- Rate of interest - बैक हमारे पैसे पर कितना interest दे रहा है किस rate पर दे रहा है वो है rate of interest
N- Terms / Period (years )- हम जो पैसा बैक मे रखते है कितने time के लिए रखते है
- A- Matured Amount (मैच्योरिटी ) - यानि यदि 3 साल के लिए हमने fixed deposit कराया तो 3 साल बाद बैक आपको कितना पैसा देता है वो है Matured Amount
I- हमे 3 साल बाद कितना interest मिला वो हमे देखना है
A = P