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Theory Introduction to computers :1

Theory Introduction to computers :1

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कंप्यूटर का परिचय

एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को प्रोसेस करता है, गणना करता है और सूचना को संग्रहित करता है। यह प्रोग्राम किए गए निर्देशों का पालन करके विभिन्न कार्यों को पूरा करता है, जिससे यह आधुनिक समाज का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है। कंप्यूटर एक मशीन है जो स्वचालित रूप से अंकगणितीय और तार्किक कार्यों को पूरा करती है।कंप्यूटर में सुपरकंप्यूटर से लेकर लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन जैसे दैनिक उपयोग के उपकरण शामिल हैं।

 

कंप्यूटर का इतिहास:

चार्ल्स बैबेज: आधुनिक कंप्यूटिंग के प्रथम विचारधारा के जनक माने जाते हैं।

पहला कंप्यूटर: एनालिटिकल इंजन, जिसे 1837 में चार्ल्स बैबेज ने डिजाइन किया था।

महत्वपूर्ण युग: वैक्यूम ट्यूब्स, ट्रांजिस्टर, इंटीग्रेटेड सर्किट्स (ICs), माइक्रोप्रोसेसर।

 

कंप्यूटर के चार प्रमुख प्रकार हैं, जो उनके उपयोग और क्षमताओं के आधार पर विभाजित किए गए हैं। इनमें सुपर कंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर, मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर शामिल हैं। इनका विवरण निम्नलिखित है:

 

1. सुपर कंप्यूटर (Super Computer)

सुपर कंप्यूटर उच्च गति और शक्ति के लिए डिज़ाइन किए गए कंप्यूटर होते हैं। ये कंप्यूटर अत्यंत जटिल गणनाओं और उच्च प्रदर्शन की आवश्यकता वाले कार्यों को करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

उपयोग: मौसम पूर्वानुमान, वैज्ञानिक अनुसंधान, आणविक मॉडलिंग, जटिल सिमुलेशन, और क्रिप्टोग्राफी।

विशेषताएँ: बहुत बड़ी प्रसंस्करण क्षमता, विशाल मेमोरी, और हजारों प्रोसेसर।

उदाहरण:

1.Sequoia (USA):

निर्माता: IBM

उपयोग: परमाणु हथियारों की सिमुलेशन और परीक्षण, खगोल भौतिकी, जलवायु परिवर्तन

स्थान: Lawrence Livermore National Laboratory, USA

 

2.. K Computer (Japan)

निर्माता: Fujitsu

स्थापना: RIKEN Advanced Institute for Computational Science, Kobe, Japan

उद्घाटन: जून 2011

सेवानिवृत्ति: अगस्त 2019

 

3. PARAM (India)

निर्माता: Centre for Development of Advanced Computing (C-DAC)

आरंभिक संस्करण: PARAM 8000

पहला लॉन्च: 1991

 

 2. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)

मेनफ्रेम कंप्यूटर विशाल संगठनों के लिए होते हैं, जहाँ बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और कई उपयोगकर्ताओं का एक साथ समर्थन करना आवश्यक होता है।

उपयोग: बैंकिंग, वित्तीय संस्थान, बीमा कंपनियाँ, सरकारी एजेंसियाँ, और बड़े व्यावसायिक डेटा प्रोसेसिंग।

विशेषताएँ: उच्च विश्वसनीयता, सुरक्षा, और बड़ी मेमोरी और स्टोरेज।

उदाहरण: Fujitsu,s ICL, Hitachi’s Z800

 

1.International Computers Limited (ICL) एक प्रमुख ब्रिटिश कंप्यूटर कंपनी थी, जिसे 1968 में कई कंप्यूटर कंपनियों के विलय से स्थापित किया गया था। बाद में, ICL का अधिग्रहण Fujitsu द्वारा किया गया, और इसके उत्पादों और तकनीकों को Fujitsu के पोर्टफोलियो में शामिल किया गया।

 

2. Hitachi Z800 एक मेनफ्रेम कंप्यूटर श्रृंखला है, जो जापानी कंपनी Hitachi द्वारा विकसित की गई थी। यह श्रृंखला मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन की गई थी।

 

3. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)

मिनी कंप्यूटर मध्यम आकार के व्यवसायों के लिए होते हैं और इनका उपयोग आमतौर पर विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है।

उपयोग: विनिर्माण प्रक्रियाएँ, विश्वविद्यालय अनुसंधान, छोटे डेटा सेंटर।

विशेषताएँ: मध्यम स्तर की प्रोसेसिंग क्षमता, उच्च प्रदर्शन, और एक से अधिक उपयोगकर्ताओं का समर्थन।

उदाहरण: K-202, Texas Instrument Ti-990, SDS-92

 

1.K-202 एक माइक्रोप्रोसेसर-आधारित कंप्यूटर था, जिसे 1970 के दशक की शुरुआत में पोलिश इंजीनियर जैसक करपींस्की (Jacek Karpiński) द्वारा विकसित किया गया था।

 

2.TI-990 एक मिनीकंप्यूटर श्रृंखला थी, जिसे Texas Instruments (TI) ने 1970 के दशक में विकसित किया था। यह TI-960 मिनीकंप्यूटर श्रृंखला का उत्तराधिकारी था।

 

3. SDS-92 एक अर्ली कंप्यूटर सिस्टम था, जिसे Scientific Data Systems (SDS) ने 1960 के दशक में विकसित किया था। SDS बाद में Xerox द्वारा अधिग्रहित किया गया और Xerox Data Systems (XDS) के रूप में पुनः ब्रांडेड किया गया

 

4. माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)

माइक्रो कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। इन्हें पर्सनल कंप्यूटर (PC) भी कहा जाता है।

उपयोग: व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग, कार्यालय के कार्य, इंटरनेट ब्राउज़िंग, गेमिंग।

विशेषताएँ: अपेक्षाकृत कम प्रोसेसिंग क्षमता, सस्ती कीमत, और उपयोगकर्ता-मित्रता।

उदाहरण: डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन।

 

कंप्यूटर की विशेषताएँ:

गति (Speed):

विवरण: कंप्यूटर बेहद तेज़ी से गणना और डेटा प्रोसेसिंग करने की क्षमता रखते हैं। ये प्रति सेकंड अरबों निर्देशों को प्रोसेस कर सकते हैं।

उदाहरण: आधुनिक कंप्यूटर प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड GHz (गीगाहर्ट्ज) में मापी जाती है, जो उनकी प्रोसेसिंग गति को दर्शाता है।

सटीकता (Accuracy):

विवरण: कंप्यूटर उच्च सटीकता के साथ कार्य करते हैं और त्रुटि-मुक्त परिणाम प्रदान करते हैं। हालांकि, यदि इनपुट डेटा या प्रोग्रामिंग में त्रुटि हो तो गलत परिणाम भी सकते हैं। कंप्यूटर GIGO गार्बेज इन गार्बेज आउट के सिद्धांत पर काम करता है

उदाहरण: वैज्ञानिक गणनाओं और वित्तीय लेन-देन में अत्यधिक सटीकता की आवश्यकता होती है, जो कंप्यूटर आसानी से प्रदान करते हैं।

 

भंडारण क्षमता (Storage Capacity):

विवरण: कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा संग्रहित करने की क्षमता रखते हैं, जिससे उपयोगकर्ता अपनी आवश्यक जानकारी और फाइलें संग्रहित कर सकते हैं।

उदाहरण: हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD), सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD), और क्लाउड स्टोरेज विभिन्न प्रकार के डेटा भंडारण माध्यम हैं।

 

स्वचालन (Automation):

विवरण: कंप्यूटर स्वचालित रूप से कार्यों को पूरा करने की क्षमता रखते हैं। प्रोग्रामिंग और सॉफ़्टवेयर की सहायता से ये विभिन्न प्रक्रियाओं को स्वतः ही संचालित कर सकते हैं।

उदाहरण: विभिन्न उद्योगों में रोबोटिक्स और स्वचालित उत्पादन प्रक्रियाएँ, कार्यालयों में ईमेल ऑटोमेशन।

 

बहुमुखता (Versatility):

कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए उपयुक्त होता है, जैसे कि ग्राफिक्स डिजाइन, डेटा प्रसंस्करण, और संचार। यह विभिन्न उद्देश्यों के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है और अलग-अलग प्रकार के सॉफ़्टवेयर चला सकता है।

 

 6.परिश्रम (Diligence):

कंप्यूटर लंबी अवधि तक बिना थकावट के कार्य कर सकता है और समय और ऊर्जा की बचत करता है।

यह सार्वजनिक और व्यक्तिगत कार्यों में अधिक प्रभावी रूप से उपयोगी होता है।

 कंप्यूटर के दो प्रमुख घटक होते हैं: हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर। ये दोनों मिलकर कंप्यूटर को कार्यात्मक और उपयोगी बनाते हैं। यहाँ पर हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर के बारे में विस्तृत विवरण दिया गया है:

हार्डवेयर (Hardware):

हार्डवेयर कंप्यूटर के वे भौतिक घटक होते हैं जिन्हें हम छू और देख सकते हैं। ये घटक कंप्यूटर को कार्यशील बनाते हैं।

1.प्रोसेसर (Processor):

विवरण: प्रोसेसर, जिसे CPU (Central Processing Unit) भी कहा जाता है, कंप्यूटर का मस्तिष्क है। यह सभी गणनाएँ और निर्देशों को निष्पादित करता है।

उदाहरण: Intel Core i7, AMD Ryzen 7

2.मेमोरी (Memory):

विवरण: मेमोरी कंप्यूटर में डेटा और निर्देशों को अस्थायी रूप से संग्रहीत करती है। यह दो प्रकार की होती है: RAM (Random Access Memory) और ROM (Read Only Memory)

उदाहरण: 8GB DDR4 RAM, 256MB ROM

3.स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices):

विवरण: स्टोरेज डिवाइस डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करते हैं। इनमें हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD), सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD), और अन्य स्टोरेज माध्यम शामिल हैं।

उदाहरण: 1TB HDD, 512GB SSD

4.मदरबोर्ड (Motherboard):

विवरण: मदरबोर्ड कंप्यूटर के सभी घटकों को जोड़ता है और उन्हें संचारित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह एक प्रमुख सर्किट बोर्ड है।

उदाहरण: ATX, Micro-ATX मदरबोर्ड।

5.इनपुट डिवाइस (Input Devices):

विवरण: इनपुट डिवाइस उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें कीबोर्ड, माउस, और स्कैनर शामिल हैं।

उदाहरण: QWERTY कीबोर्ड, ऑप्टिकल माउस।

6.आउटपुट डिवाइस (Output Devices):

विवरण: आउटपुट डिवाइस उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें मॉनिटर, प्रिंटर, और स्पीकर शामिल हैं।

उदाहरण: LED मॉनिटर, लेजर प्रिंटर।

 

 सॉफ़्टवेयर (Software):

सॉफ़्टवेयर वे प्रोग्राम और निर्देश होते हैं जो हार्डवेयर को कार्य करने के लिए निर्देशित करते हैं। ये कंप्यूटर के कार्य को नियंत्रित और प्रबंधित करते हैं।

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System):

विवरण: ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) कंप्यूटर हार्डवेयर और उपयोगकर्ता के बीच इंटरफ़ेस का काम करता है। यह सिस्टम के सभी संसाधनों को प्रबंधित करता है।

उदाहरण: Windows 10, macOS, Linux

 

एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर (Application Software):

विवरण: एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर विशिष्ट कार्यों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए प्रोग्राम होते हैं। इनमें वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट, और ग्राफ़िक्स सॉफ़्टवेयर शामिल हैं।

उदाहरण: Microsoft Word, Adobe Photoshop

 

1.बेसिक एप्लीकेशन (Basic Applications):

डेफिनिशन: बेसिक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वे होते हैं जो व्यावसायिक और व्यक्तिगत उपयोग के लिए सामान्य तरीके से उपलब्ध होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य उदाहरण हैं:

वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर: जैसे Microsoft Word, Google Docs आदि। ये वर्ड प्रोसेसिंग, डॉक्यूमेंटेशन, और पेज लेआउट के लिए उपयोग होते हैं।

स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर: जैसे Microsoft Excel, Google Sheets आदि। ये डेटा एनालिसिस, कैलकुलेशन्स, और डेटा मैनेजमेंट के लिए उपयोग होते हैं।

प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर: जैसे Microsoft PowerPoint, Google Slides आदि। ये प्रस्तुतियां बनाने और दिखाने के लिए उपयोग होते हैं।

 

2.स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशंस (Specialized Applications):

डेफिनिशन: स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशंस वे होते हैं जो विशेष क्षेत्रों या व्यवसायों के लिए डिज़ाइन और विकसित किए जाते हैं। इनमें से कुछ उदाहरण हैं:

डेटाबेस प्रोग्राम: जैसे Oracle, MySQL, Microsoft SQL Server आदि। ये डेटा स्टोरेज, मैनेजमेंट, और एक्सेस के लिए उपयोग होते हैं।

3.ग्राफिक्स डिज़ाइन सॉफ्टवेयर:

जैसे Adobe Photoshop, CorelDRAW आदि। ये ग्राफिक्स डिज़ाइन, फोटो एडिटिंग, और डिज़ाइन के लिए उपयोग होते हैं।

फिनांसियल सॉफ्टवेयर:

जैसे QuickBooks, Tally आदि। ये बिलिंग, लेनदेन, और वित्तीय प्रबंधन के लिए उपयोग होते हैं।

सिस्टम सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर और उसके हार्डवेयर को संचालित करने में मदद करता है। यह सॉफ्टवेयर उन सभी आवश्यक और मौलिक कार्यों को संभालता है जो कंप्यूटर उपकरणों के संचालन और उपयोग के लिए आवश्यक होते हैं। इसमें निम्नलिखित विशेषताएँ शामिल हो सकती हैं:

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System):

ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को संचालित करने में मदद करता है। यह रिसोर्स प्रबंधन, टास्क स्केड्यूलिंग, मेमोरी प्रबंधन, फ़ाइल प्रबंधन, और अन्य कार्यों के लिए आवश्यकताओं को पूरा करता है। उदाहरण: Windows, macOS, Linux, UNIX, आदि।

यूटिलिटी (Utilities):

यूटिलिटी टूल्स कंप्यूटर के विभिन्न कार्यों को सुगम और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करते हैं। इनमें फ़ाइल प्रबंधन, सिस्टम डायाग्नोस्टिक्स, डिस्क क्लीनअप, और डेटा सुरक्षा जैसे उपकरण शामिल हो सकते हैं।

डिवाइस ड्राइवर (Device Drivers):

डिवाइस ड्राइवर्स कंप्यूटर हार्डवेयर के लिए इंटरफ़ेस प्रदान करते हैं और उसे ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ संचालित करते हैं। इनमें विभिन्न उपकरण जैसे प्रिंटर, स्कैनर, नेटवर्क कार्ड, और अन्य हो सकते हैं।

सर्वर (Servers):

सर्वर कंप्यूटर नेटवर्क में अन्य कंप्यूटरों या उपकरणों को सेवा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। इनमें डेटाबेस सर्वर, वेब सर्वर, फ़ाइल सर्वर, और अन्य प्रकार के सर्वर शामिल हो सकते हैं।

 

 कंप्यूटर के कार्य

इनपुट: उपयोगकर्ता या अन्य उपकरणों से डेटा प्राप्त करना।

प्रोसेसिंग: डेटा पर संचालन करना, जैसा कि प्रोग्राम किए गए निर्देशों के अनुसार।

स्टोरेज: भविष्य में उपयोग के लिए डेटा को सुरक्षित रखना।

आउटपुट: परिणामों को उपयोगकर्ता या अन्य उपकरणों को प्रस्तुत करना।

 

 

कंप्यूटर का इतिहास

चार्ल्स बैबेज: आधुनिक कंप्यूटर के पिता माने जाते हैं।

पहला कंप्यूटर: एनालिटिकल इंजन जिसे चार्ल्स बैबेज ने 1837 में डिजाइन किया था।

पहली पीढ़ी (1940-1950 के दशक): वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया गया और ये बहुत बड़े और महंगे थे।

दूसरी पीढ़ी (1950-1960 के दशक): ट्रांजिस्टर ने वैक्यूम ट्यूब की जगह ली, जिससे कंप्यूटर छोटे और अधिक विश्वसनीय हो गए।

तीसरी पीढ़ी (1960-1970 के दशक): इंटीग्रेटेड सर्किट्स ने आकार और लागत को और भी कम कर दिया।

चौथी पीढ़ी (1970-वर्तमान): माइक्रोप्रोसेसरों ने व्यक्तिगत कंप्यूटरों को आम जनता के लिए सुलभ बना दिया।

पाँचवीं पीढ़ी (वर्तमान और भविष्य): कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम कंप्यूटिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

 

घर में कंप्यूटर का उपयोग मनोरंजन (मूवी देखना, गेम खेलना, संगीत सुनना), ऑनलाइन शॉपिंग (कपड़े, किताबें, और अन्य वस्तुएं खरीदना) और संचार (ईमेल, सोशल मीडिया, वीडियो कॉल) के लिए होता है। शिक्षा में, कंप्यूटर का उपयोग ऑनलाइन शिक्षा (वर्चुअल क्लास, -लर्निंग प्लेटफार्म), शोध कार्य (जानकारी ढूंढ़ना, प्रोजेक्ट्स बनाना), और प्रस्तुति (प्रेजेंटेशन और ग्राफिक्स तैयार करना) के लिए किया जाता है। व्यवसाय में, कंप्यूटर डेटा प्रबंधन (जानकारी संग्रहीत करना और विश्लेषण करना), ऑनलाइन मार्केटिंग (वेबसाइट, सोशल मीडिया प्रचार), और लेखा-जोखा (वित्तीय रिकॉर्ड रखना, रिपोर्ट बनाना) के लिए उपयोग होता है।

 

 


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