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Other Office Tools 12

Other Office Tools 12

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1 गूगल वर्कस्पेस (Google Workspace)

गूगल वर्कस्पेस एक ऐसा सेट है जो संगठनों के लोगों के लिए बनाए गए कम्युनिकेशन और कोलेबेरेशन ऐप्स का समुच्चय है। इसमें शामिल मुख्य ऐप्स हैं:

  • कम्युनिकेशन ऐप्स:
    • जीमेल (Gmail): विश्व की सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली -मेल सर्विस।
    • गूगल मीट (Google Meet): ग्रुप वीडियो और ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग।
  • कोलेबेरेशन ऐप्स:
    • गूगल डॉक्स (Google Docs): एक साथ कई लोगों द्वारा डॉक्यूमेंट्स को एडिट करने के लिए।
    • गूगल शीट्स (Google Sheets): स्प्रेडशीट्स कोलेबोरेशन के लिए।
    • गूगल स्लाइड्स (Google Slides): प्रेजेंटेशन कोलेबोरेशन के लिए।
    • गूगल फॉर्म्स (Google Forms): कस्टमाइजेबल फॉर्म्स और सर्वे के लिए।

1. गूगल वर्कस्पेस

गूगल वर्कस्पेस अकाउंट्स एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा बनाए और प्रबंधित किए जाते हैं, जो ऐप एक्सेस और सिक्योरिटी सेटिंग्स पर कंट्रोल रखते हैं। यह अकाउंट्स विभिन्न ग्रुप्स और ऑर्गेनाइजेशनल यूनिट्स में विभिन्न कॉन्फिगरेशन्स लागू कर सकते हैं, जिससे संवेदनशील डाटा का सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

गूगल वर्कस्पेस के मुख्य ऐप्स और उनके शॉर्टकट्स निम्नलिखित हैं:

  • जीमेल (Gmail): दुनिया की सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली -मेल सर्विस।
  • कैलेंडर (Calendar): शेड्यूलिंग सॉल्यूशन। (उदाहरण: cal.new नए कैलेंडर ईवेंट को क्रिएट करता है)
  • मीट/मीट हार्डवेयर (Meet / Meet Hardware): ग्रुप वीडियो और ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग। (उदाहरण: meet.new)
  • चैट एंड स्पेस (Chat and Spaces): टीम वार्तालाप और प्रोजेक्ट प्लेस।
  • ड्राइव (Drive): प्राइवेट क्लाउड स्टोरेज जो फाइल्स को शेयर करने की अनुमति प्रदान करता है।
  • डॉक्स (Docs): कोलेबोरेटिव डॉक्यूमेंट्स। (उदाहरण: doc.new)
  • शीट्स (Sheets): कोलेबोरेटिव स्प्रेडशीट्स। (उदाहरण: sheet.new)
  • स्लाइड्स (Slides): कोलेबोरेटिव प्रेजेंटेशन। (उदाहरण: slide.new)
  • फॉर्म्स (Forms): कस्टमाइजेबल फॉर्म्स और सर्वे। (उदाहरण: form.new)
  • कीप (Keep): कोलेबोरेटिव नोट्स। (उदाहरण: note.new या keep.new)
  • साइट्स (Sites): कोऑपरेटिव वेबसाइट। (उदाहरण: site.new)
  • करंट्स (Currents): एंटरप्राइज सोशल नेटवर्किंग और एंगेजमेंट।

 

 

2 गूगल डॉक्स (Google Docs)

गूगल डॉक्स एक पावरफुल वर्ड प्रोसेसर है जो वर्ड फाइल्स को अत्यधिक विश्वसनीयता से खोलता है। इसका उपयोग करने के लिए आपको अपने गूगल अकाउंट में लॉग-इन करना होता है।

गूगल डॉक्स में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग (Text Formatting in Google Docs)

गूगल डॉक्स में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की भांति सरल है। यहाँ कुछ मुख्य फॉर्मेटिंग ऑप्शन्स दिए गए हैं:

  • बोल्ड (Bold): टेक्स्ट को बोल्ड करने के लिए।
  • इटैलिक (Italic): टेक्स्ट को इटैलिक करने के लिए।
  • अंडरलाइन (Underline): टेक्स्ट को अंडरलाइन करने के लिए।
  • टेक्स्ट कलर (Text Color): टेक्स्ट का रंग बदलने के लिए।
  • फॉण्ट स्टाइल (Font Style): फॉण्ट का स्टाइल बदलने के लिए।
  • अलाइन्मेंट (Alignment): टेक्स्ट का अलाइन्मेंट सेट करने के लिए।

गूगल वर्कस्पेस के इन ऐप्स और फीचर्स का उपयोग करने से संगठनों में संचार और सहयोग में सुधार होता है, जिससे कार्य को अधिक प्रभावी और कुशल बनाया जा सकता है।

 

गूगल डॉक्स में डॉक्यूमेंट फॉर्मेटिंग (Formatting Documents In Google Docs)

गूगल डॉक्स में टेक्स्ट के ब्लॉक को इंडेंट करना, लेफ्ट या राइट अलाइन करना और लाइन स्पेसिंग को एडजस्ट करना फॉर्मेटिंग के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इसके अलावा, गूगल डॉक्स में फॉर्मेटिंग के कई अन्य उपयोगी फीचर्स भी उपलब्ध हैं।

 गूगल डॉक्स में मार्जिन को बदलना (Change Margins in Google Docs)

यदि आपके द्वारा चुने गए टेम्पलेट में आप मार्जिन से संतुष्ट नहीं हैं, तो गूगल डॉक्स का उपयोग करके मार्जिन को बदला जा सकता है। पेज मार्जिन सेटिंग्स को एक्सेस करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:

  1. File > Page Set Up को सलेक्ट करें।
  2. Page Set Up विंडो में, विभिन्न फॉर्मेटिंग ऑप्शंस का उपयोग करके डॉक्यूमेंट के मार्जिन को बदला जा सकता है।
    • डॉक्यूमेंट को पोर्ट्रेट या लैंडस्केप की भांति सलेक्ट करें।
    • पेज के लिए बैकग्राउंड कलर असाइन करें।
    • इंच में टॉप, बॉटम, लेफ्ट या राइट मार्जिन को एडजस्ट करें।
    • अब OK पर क्लिक करें।

3. गूगल शीट्स (Google Sheets)

गूगल शीट्स एक पावरफुल स्प्रेडशीट ऐप है जो वेब से डेटा लेता है और टीम को समान समय पर शीट पर काम करने की अनुमति प्रदान करता है। यह माइक्रोसॉफ्ट एक्सल की तरह है और इंफॉर्मेशन को रो और कॉलम में व्यवस्थित कर कॉम्पलेक्स नंबर की गणना करता है। गूगल शीट्स डेटा को आसानी से सॉर्ट कर सकता है और विभिन्न सामाजिक कार्यों को आसान बना सकता है जो आपको करना पड़ सकता है।

1 गूगल शीट्स को एक्सेस करना (Access Google Sheets)

किसी भी गूगल पेज से शीट्स को एक्सेस करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:

  1. राइट में शीर्ष पर स्थित ऐप लॉन्चर पर क्लिक करें।
  2. Sheets आइकन पर क्लिक करें।

2 नई स्प्रेडशीट बनाना (Create a New Spreadsheet)

एक नई स्प्रेडशीट बनाने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:

  1. Blank टेम्प्लेट आइकन पर क्लिक करें।
  2. आप नए स्प्रेडशीट पेज पर पहुंच जाएंगे।

3. स्प्रेडशीट का नाम देना (Name the Spreadsheet) उस एरिया पर क्लिक करें जो अनटाइटल्ड स्प्रेडशीट को दर्शाता है या File>Rename पर क्लिक करके भी स्प्रेडशीट का नाम दिया जा सकता है।

 

4. गूगल फॉर्म्स (Google Forms)

·          PC पर फॉर्म बनाने के लिए वेब ब्राउजर पर गूगल फॉर्म्स को ओपन करें।

·         Blank (प्लस साइन) पर क्लिक करें।

·         नया फॉर्म ओपन करें: बिना टाइटल का फॉर्म ऑटोमेटिकली खुल जाएगा।

·         टाइटल ऐड करें: आवश्यकतानुसार फॉर्म का नाम दें।

·         प्रश्न जोड़ें: बिना टाइटल के प्रश्न को एडिट करें और उत्तर के प्रकार को सलेक्ट करें।

·         फॉर्म शेयर करें: Send पर क्लिक करें, लिंक क्रिएट करें, और -मेल या वेब पेज पर एम्बेड करें।

·         रेस्पॉन्स देखें: Escape बटन दबाएं और Responses पर क्लिक करें।

 

 

 

5.गूगल ड्राइव (Google Drive)

  • ड्राइव इंटरफेस: My Drive डेस्कटॉप के साथ सिंक्रोनाइज्ड होता है। फाइल्स को ड्रैग और ड्रॉप करके डेस्कटॉप पर भी कॉपी करें।
  • फोल्डर ऐड करें: Create पर क्लिक करें, फोल्डर चुनें, और नाम एंटर करें।

गूगल स्लाइड्स (Google Slides)

गूगल स्लाइड्स

  • प्रेजेंटेशन बनाएँ: वेब बेस्ड टूल, माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट की तरह।
  • कोलैबोरेशन: कई लोग एक साथ स्लाइड्स पर काम कर सकते हैं। बदलाव स्वतः सेव हो जाते हैं।

गूगल स्लाइड्स (Google Slides)

  • प्रस्तावना: यह एक वेब-आधारित टूल है जो माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट की तरह प्रेजेंटेशन बनाने में उपयोग होता है।
  • प्रेजेंटेशन बनाना: आप अपने ब्राउज़र में प्रेजेंटेशन बना सकते हैं, बिना किसी विशेष सॉफ्टवेयर की आवश्यकता के।
  • सहयोग: कई लोग एक साथ समान समय पर स्लाइड्स पर काम कर सकते हैं और किए गए बदलाव स्वतः सहेज लिए जाते हैं।

गूगल स्लाइड्स को एक्सेस करने के लिए:

  1. गूगल पेज खोलें: अपने ब्राउज़र में Google पेज पर जाएं।
  2. ऐप लॉन्चर पर क्लिक करें: स्क्रीन के ऊपरी दाएँ कोने में ऐप लॉन्चर (गिड़ी डॉट्स) पर क्लिक करें।
  3. Slides आइकन पर क्लिक करें: ड्रॉपडाउन मेनू में "Slides" आइकन पर क्लिक करें।

नया प्रेजेंटेशन बनाएँ

·         नया प्रेजेंटेशन बनाएँ: Blank टेम्प्लेट आइकन पर क्लिक करें।

  • प्रेजेंटेशन का नाम दें: Untitled Presentation एरिया पर क्लिक करें या File > Rename चुनें।

 

 

 

गूगल कीप (Google Keep)

  • गूगल कीप को एक्सेस करें: ऐप लॉन्चर पर क्लिक करें और Keep आइकन चुनें।
  • नोट क्रिएट करें: Take a note पर क्लिक करें, नोट टाइप करें और टाइटल ऐड करें, फिर Done पर क्लिक करें।
  • नोट एडिट करें: नोट पर क्लिक करें, बदलाव करें, और Done पर क्लिक करें।
  • नोट डिलीट करें: More (M) बटन पर क्लिक करें और Delete Note चुनें।

गूगल कैलेंडर (Google Calendar)

  • ईवेंट क्रिएट करना (Creating an Event):
    • ईवेंट जोड़ें: "Create" पर क्लिक करें। तत्काल ईवेंट जोड़ने के लिए "Quick Add" का उपयोग करें।
    • ईवेंट विवरण: टाइटल, दिनांक, समय, स्थान, विवरण, और रंग सेट करें। रिमाइंडर जोड़ें।
    • अतिथियों को जोड़ें: -मेल एड्रेस एंटर करें और सेटिंग्स चुनें। "Add" पर क्लिक करें।
    • सेव करें: ईवेंट को सेव करने के लिए "Save" पर क्लिक करें।

ओपन सोर्स ऑफिस (Open source office)

ओपन सोर्स ऑफिस एक शब्दावली हैं जिसका उपयोग ओपन सोर्स ऑफिस प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर को वर्णित करने में किया जाता है | ओपन सोर्स ऑफिस सॉफ्टवेयर प्रोपेरिटरी की भांति सामान एप्लीकेशन जैसे-वर्ड, प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट, डाटाबेस, ग्राफिक्स तथा प्रजेंटेशन सॉफ्टवेयर रखता है |

लिब्रे ऑफिस (LibreOffice)

लिब्रे ऑफिस (LibreOffice) में विभिन्न कंपोनेंट्स हैं जो इसे एक पूर्ण फीचर्ड ऑफिस सुइट बनाते हैं। निम्नलिखित कंपोनेंट्स लिब्रे ऑफिस में शामिल हैं:

लिब्रे ऑफिस (LibreOffice) एक मुफ्त और ओपन सोर्स ऑफिस सुइट है, जिसका उपयोग दस्तावेज़ बनाने, स्प्रेडशीट्स, प्रेजेंटेशन, और अन्य ऑफिस संबंधी कार्यों के लिए किया जाता है। यह माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस जैसे प्रॉपेरिटरी सॉफ्टवेयर का एक विकल्प है और इसमें वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट, प्रेजेंटेशन, ड्रॉइंग, डेटाबेस मैनेजमेंट और मैथ फॉर्मूला एडिटर जैसी सुविधाएं शामिल हैं।

लिब्रे ऑफिस के मुख्य कंपोनेंट्स:

  1. Writer: वर्ड प्रोसेसिंग टूल, जिसका उपयोग दस्तावेज़ बनाने के लिए किया जाता है।
  2. Calc: स्प्रेडशीट एप्लिकेशन, जो डेटा का विश्लेषण और गणना करने में सक्षम है।
  3. Impress: प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर, जो स्लाइड शो और मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन बनाने में मदद करता है।
  4. Draw: वेक्टर ग्राफिक्स एडिटर, जिसका उपयोग डायग्राम, फ्लोचार्ट्स और 3D आर्टवर्क बनाने के लिए किया जाता है।
  5. Base: डेटाबेस मैनेजमेंट टूल, जो डेटाबेस क्रिएशन और मैनेजमेंट की सुविधा प्रदान करता है।
  6. Math: फॉर्मूला एडिटर, जो गणितीय फॉर्मूले बनाने और संपादित करने के लिए इस्तेमाल होता है।

लिब्रे ऑफिस के लाभ:

  • मुफ्त उपलब्धता: लिब्रे ऑफिस पूरी तरह से मुफ्त है और आप इसे बिना किसी लागत के डाउनलोड और उपयोग कर सकते हैं।
  • ओपन सोर्स: लिब्रे ऑफिस का सोर्स कोड खुला है, जिससे डेवलपर्स इसे कस्टमाइज और सुधार सकते हैं।
  • विविध प्लेटफॉर्म समर्थन: यह विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम्स जैसे विंडोज, मैकओएस, और लिनक्स पर चलता है।
  • विस्तृत फाइल फॉर्मेट समर्थन: लिब्रे ऑफिस विभिन्न फाइल फॉर्मेट्स को सपोर्ट करता है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस फॉर्मेट्स (DOCX, XLSX, PPTX) भी शामिल हैं।

 

 

1. राइटर (Writer) - वर्ड प्रोसेसर:

  • मुख्य उपयोग: राइटर एक पूर्ण विशेषताओं वाला वर्ड प्रोसेसिंग टूल है, जिसका उपयोग पत्र, पुस्तकें, रिपोर्ट्स, न्यूज़लेटर्स, ब्रोशर, और अन्य प्रकार के दस्तावेज़ बनाने के लिए किया जाता है।
  • विशेषताएँ:
    • आप राइटर में ग्राफिक्स, टेबल्स, और अन्य ऑब्जेक्ट्स को आसानी से जोड़ सकते हैं।
    • यह HTML, XHTML, XML, और Adobe PDF जैसे फाइल फॉर्मेट्स में एक्सपोर्ट की सुविधा प्रदान करता है।
    • राइटर -मेल क्लाइंट से भी कनेक्ट हो सकता है, जिससे आप सीधे दस्तावेज़ भेज सकते हैं।
  • इंटरफेस: राइटर का इंटरफेस यूजर-फ्रेंडली है, जिसमें टूलबार और मेनू के माध्यम से विभिन्न फंक्शन्स तक आसान पहुंच है।

2. कैल्क (Calc) - स्प्रेडशीट:

  • मुख्य उपयोग: Calc एक पावरफुल स्प्रेडशीट टूल है जो फाइनेंशियल, स्टैटिस्टिकल और मैथेमेटिकल डेटा का विश्लेषण करने के लिए उन्नत सुविधाएं प्रदान करता है।
  • विशेषताएँ:
    • इसमें लगभग 500 फंक्शन्स हैं, जो विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन्स को सपोर्ट करते हैं।
    • "What if" विश्लेषण के लिए सिनेरियो मैनेजर की सुविधा है।
    • Calc 2D और 3D चार्ट्स बनाने की क्षमता रखता है, जो डेटा की विज़ुअलाइज़ेशन में सहायक हैं।
  • इंटरफेस: Calc का इंटरफेस उपयोगकर्ताओं को डेटा का विश्लेषण और प्रबंधन करने के लिए सहज टूल्स प्रदान करता है।

3. इंप्रेस (Impress) - प्रेजेंटेशन:

  • मुख्य उपयोग: Impress एक मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन टूल है, जिसमें सभी आवश्यक विशेषताएँ मौजूद हैं जैसे स्पेशल इफेक्ट्स, एनिमेशन और ड्राइंग टूल्स।
  • विशेषताएँ:
    • यह विशेष प्रभाव और एनिमेशन जोड़ने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे आपकी प्रस्तुतियों को और अधिक इंटरैक्टिव और प्रभावी बनाया जा सकता है।
    • Impress, ड्रॉ और मैथ के साथ इंटीग्रेटेड होता है, जिससे उन्नत ग्राफिक्स क्षमता मिलती है।
  • इंटरफेस: Impress का इंटरफेस प्रेजेंटेशन डिजाइन और संपादन के लिए उपयोगकर्ता को टूल्स और फंक्शन्स की विस्तृत रेंज प्रदान करता है।

4. ड्रॉ (Draw) - वेक्टर ग्राफिक्स:

  • मुख्य उपयोग: Draw एक वेक्टर ग्राफिक्स एडिटर है जो सरल डायग्राम से लेकर जटिल 3D आर्टवर्क बनाने की क्षमता रखता है।
  • विशेषताएँ:
    • यह विभिन्न फॉर्मेट्स में ग्राफिक्स को इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट कर सकता है जैसे PNG, GIF, JPEG, BMP, TIFF
    • Draw में फ्लोचार्ट्स, डायग्राम्स, और वेक्टर ग्राफिक्स को बनाने के लिए उन्नत टूल्स हैं।
  • इंटरफेस: Draw का इंटरफेस उपयोगकर्ताओं को ग्राफिक्स बनाने और संपादित करने के लिए सुविधाजनक टूल्स और विकल्प प्रदान करता है।

5.बेस (Base) - डेटाबेस:

  • मुख्य उपयोग: बेस एक डेटाबेस मैनेजमेंट टूल है, जो उपयोगकर्ताओं को डेटाबेस बनाने, प्रबंधित करने और संशोधित करने में मदद करता है।
  • विशेषताएँ:
    • फॉर्म्स: यूजर्स डेटाबेस से डेटा इनपुट और रिट्रीवल के लिए कस्टम फॉर्म्स बना सकते हैं।
    • रिपोर्ट्स: डेटा के सारांश और विश्लेषण के लिए रिपोर्ट्स तैयार कर सकते हैं।
    • क्वेरीज: डेटा को फिल्टर और सॉर्ट करने के लिए क्वेरीज का उपयोग कर सकते हैं।
    • टेबल्स: डेटा स्टोरेज के लिए टेबल्स बना और मैनेज कर सकते हैं।
    • रिलेशन: विभिन्न टेबल्स के बीच रिलेशन सेट कर सकते हैं, जिससे डेटा को एक संगठित और संरचित रूप में मैनेज किया जा सकता है।
  • इंटरफेस: बेस का इंटरफेस उपयोगकर्ताओं को सहज और सरल तरीके से डेटाबेस कार्यों को अंजाम देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

6. मैथ (Math) - फॉर्मूला एडिटर:

  • मुख्य उपयोग: मैथ एक फॉर्मूला या इक्वेशन एडिटर है, जो जटिल गणितीय, वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग फॉर्मूलों को बनाने और संपादित करने के लिए उपयोग होता है।
  • विशेषताएँ:
    • आप मैथ का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के गणितीय ऑपरेशन्स और सिंबल्स का उपयोग कर सकते हैं।
    • यह डॉक्यूमेंट्स में फॉर्मूला इन्सर्शन को आसान बनाता है।
    • उपयोगकर्ता कस्टम सिंबल्स और कैरेक्टर्स को जोड़ सकते हैं जो स्टैंडर्ड सेट में उपलब्ध नहीं होते।
  • इंटरफेस: मैथ का इंटरफेस उपयोगकर्ताओं को स्पष्ट और सरल तरीके से फॉर्मूला लिखने और संपादित करने की सुविधा प्रदान करता है।

 

 

 

डब्ल्यूपीएस ऑफिस (WPS Office)

डब्ल्यूपीएस ऑफिस एक व्यापक फाइल शेयरिंग और प्रोडक्टिविटी सुइट है, जिसे व्यापारिक और व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्रेजेंटेशन, डॉक्यूमेंटेशन और स्प्रेडशीट बनाने, संपादित करने और साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।

मुख्य विशेषताएं:

  1. प्रेजेंटेशन: प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए उन्नत टूल्स और टेम्पलेट्स उपलब्ध हैं, जो पेशेवर और आकर्षक स्लाइड्स बनाने में मदद करते हैं।
  2. डॉक्यूमेंटेशन: वर्ड प्रोसेसिंग टूल्स का उपयोग करके पत्र, रिपोर्ट्स, और अन्य दस्तावेज़ तैयार किए जा सकते हैं।
  3. स्प्रेडशीट: डेटा विश्लेषण, वित्तीय गणना, और अन्य स्प्रेडशीट कार्यों के लिए पावरफुल टूल्स उपलब्ध हैं।
  4. पीडीएफ एडिटर:
    • माइक्रोसॉफ्ट वर्ड डॉक्यूमेंट्स को पीडीएफ में कन्वर्ट करना।
    • पीडीएफ से वाटरमार्क हटाना।
    • पीडीएफ में कमेंट्स जोड़ना।
    • फाइल साइज को कम्प्रेस करना।

उन्नत फीचर्स:

  1. ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (OCR):
    • प्रिंटेड कैरेक्टर्स और इमेजों को रियल टाइम में डिजिटल टेक्स्ट में कन्वर्ट करने की क्षमता।
  2. क्लाउड स्टोरेज:
    • डब्ल्यूपीएस ऑफिस में क्लाउड स्टोरेज की सुविधा है, जिससे आप अपने फाइल्स को कहीं भी और कभी भी एक्सेस कर सकते हैं।
  3. ऑटोमेटेड बैकअप:
    • अपने महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स का स्वतः बैकअप लेना।
  4. टेम्प्लेट गैलरी:
    • विभिन्न प्रकार के दस्तावेज़ और प्रेजेंटेशन बनाने के लिए टेम्प्लेट्स की विस्तृत गैलरी।
  5. फाइल रिकवरी और रिपेयर:
    • खोए या डिलीटेड फाइल्स को रिकवर और रिपेयर करना।
  6. मल्टी लैंग्वेज सपोर्ट:
    • विभिन्न भाषाओं का समर्थन, जिससे वैश्विक उपयोगकर्ता इसे आसानी से उपयोग कर सकें।

डेटा रिकवरी मास्टर:

  • डीप डाटा स्कैन:
    • एडमिनिस्ट्रेटर स्वतः डीप डाटा स्कैन परफॉर्म कर सकते हैं।
    • परमानेंट डिलीटेड डेटा, जिसमें इमेज, ऑडियो, और वीडियो शामिल हैं, को रिकवर करना।

दस्तावेज़ खोलने के लिए:

  • वर्ड डॉक्यूमेंट: Document पर क्लिक करें।
  • एक्सेल शीट: Spreadsheet पर क्लिक करें।
  • प्रेजेंटेशन: Presentation पर क्लिक करें।

 

 

ऑनलाइन मीटिंग/क्लासरूम टूल्स (Online Meeting/Classroom Tools)

1 जूम (Zoom)

Zoom एक लोकप्रिय रियल टाइम कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन है जिसे आसानी से डाउनलोड और इंस्टॉल किया जा सकता है। इसे मीटिंग्स, वेबिनार्स, ऑनलाइन क्लासरूम और अन्य प्रकार की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

Zoom को डाउनलोड और इंस्टॉल करना

  1. डाउनलोड और इंस्टॉल:
    • सर्वप्रथम Zoom की वेबसाइट पर जाएं और जूम को डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
  2. साइन अप और लॉग-इन:
    • इंस्टॉल करने के पश्चात् आपको साइन अप फॉर्म प्रदर्शित होगा।
    • -मेल आईडी, फेसबुक, या SSO (Single Sign-On) के माध्यम से साइन अप करके लॉग-इन किया जा सकता है।

Zoom मीटिंग को एक्सेस करना (Accessing Zoom Meeting)

  1. Join a Meeting:
    • जूम प्रोग्राम को इंस्टॉल करने के बाद "Join a Meeting" पर क्लिक करें।
    • मीटिंग आईडी या पर्सनल लिंक नेम और आवश्यक होने पर मीटिंग पासवर्ड एंटर करें।
    • "Join" बटन पर क्लिक करें और मीटिंग में शामिल हों।

ऑडियो और वेबकैम उपकरण को टेस्ट करना (Testing Audio and Webcam Equipment)

  1. माइक्रोफोन:
    • ऑडियो आइकन पर क्लिक करके माइक्रोफोन को अनम्यूट करें या माइक्रोफोन सलेक्ट करें।
  2. वेबकैम:
    • वेबकैम को प्रदर्शित करने के लिए "Start Video" पर क्लिक करें या वेबकैम सलेक्ट करें।

इंस्ट्रक्टर के लिए स्क्रीन शेयर करना (For Instructors - Sharing Your Screen)

  1. शेयर स्क्रीन:
    • ग्रीन "Share" बटन पर क्लिक करें।
    • सलेक्ट करें जिसे आपको शेयर करना है (यह पूरा डेस्कटॉप या कोई ओपन एप्लिकेशन हो सकती है)
    • आप अपने डेस्कटॉप और एप्लिकेशन पर टिप्पणी करने में सक्षम होंगे।
    • शेयरिंग को रोकने के लिए "Stop Sharing" बटन पर क्लिक करें।

मीटिंग को रिकॉर्ड करना (Recording Your Meeting)

  1. रिकॉर्ड बटन:
    • "Record" बटन पर क्लिक करें।
    • रिकॉर्डिंग को अपनी इच्छा अनुसार सेव कर सकते हैं।
    • 10GB का क्लाउड स्टोरेज होता है। लोकल कंप्यूटर में यह आपके कंप्यूटर पर स्पेस को संदर्भित करता है।

मीटिंग को समाप्त करना (End the Meeting)

  1. End या Leave Meeting:
    • रेड "End" या "Leave Meeting" (बॉटम) बटन पर क्लिक करें।
    • "End meeting for All" या "Leave Meeting" पर क्लिक करें।

2 गूगल मीट (Google Meet)

Google Meet एक अन्य प्रमुख ऑनलाइन मीटिंग और क्लासरूम टूल है। यह Google Workspace का हिस्सा है और यह उपयोगकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वेबिनार्स, और ऑनलाइन क्लासरूम सेटअप करने की सुविधा प्रदान करता है।

Google Meet की विशेषताएं:

  • आसान एक्सेस: Google Meet को वेब ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है, किसी सॉफ़्टवेयर डाउनलोड की आवश्यकता नहीं है।
  • इंटीग्रेशन: यह Google कैलेंडर और अन्य Google सेवाओं के साथ सहज इंटीग्रेशन प्रदान करता है।
  • सुरक्षा: मीटिंग्स के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय, जैसे एन्क्रिप्शन और मीटिंग पासवर्ड।

Google Meet का उपयोग:

  • मीटिंग शेड्यूल करना: Google कैलेंडर के माध्यम से मीटिंग शेड्यूल करना और आमंत्रण भेजना।
  • मीटिंग जॉइन करना: मीटिंग लिंक पर क्लिक करके मीटिंग में शामिल होना।
  • स्क्रीन शेयरिंग: अपने स्क्रीन को शेयर करना और प्रस्तुति देना।
  • रिकॉर्डिंग: मीटिंग्स को रिकॉर्ड करना (Google Workspace उपयोगकर्ताओं के लिए)

 

 

 

 

गूगल मीट (Google Meet)

Google Meet एक व्यापक ऑनलाइन मीटिंग और क्लासरूम टूल है, जो उपयोगकर्ताओं को आसानी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने की अनुमति देता है। यह Google Workspace का हिस्सा है और वेब ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

गूगल मीट में मीटिंग जॉइन करना

  1. मीटिंग जॉइन करना:
    • मीटिंग लिंक पर क्लिक करें या Google Meet पर जाएं।
    • मीटिंग कोड दर्ज करें या मीटिंग लिंक पेस्ट करें।
    • अपना नाम या निकनेम एंटर करें या इसे खाली छोड़ दें।
    • "Continue" बटन पर क्लिक करें।
  2. विडियो प्रिव्यू:
    • अगलीVideo  में, आप बाईं ओर अपने वीडियो का प्रिव्यू देख पाएंगे।
    • "Join Now" पर क्लिक करें।
  3. मीटिंग की जानकारी शेयर करना:
    • मीटिंग की यूआरएल कॉपी करने के लिए "Copy Joining Info" को सलेक्ट करें और इसे -मेल या अन्य माध्यमों से साझा करें।
  4. मीटिंग में प्रतिभागियों को जोड़ना:
    • "Add People" को सलेक्ट करें और निम्नलिखित विकल्प चुनें:
      • ईमेल एड्रेस दर्ज करें और "Send Invite" पर क्लिक करें।
      • कॉल सेक्शन में जाकर फोन नंबर एंटर करें और "Call" पर क्लिक करें।

3 माइक्रोसॉफ्ट टीम्स (Microsoft Teams)

Microsoft Teams एक संचार और सहयोग प्लेटफॉर्म है जो चैट, वीडियो मीटिंग्स, फाइल स्टोरेज, और एप्लिकेशन इंटीग्रेशन को कम्बाइन करता है। यह Microsoft Office 365 सब्सक्रिप्शन के साथ उपलब्ध है और वेब, डेस्कटॉप, और मोबाइल ऐप के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

माइक्रोसॉफ्ट टीम्स का उपयोग

  1. साइन इन करना:
    • Start > Microsoft Teams सलेक्ट करें।
  2. बातचीत शुरू करना:
    • पूरी टीम के साथ बातचीत शुरू करने के लिए Teams को सलेक्ट करें, एक टीम और चैनल चुनें। अपना संदेश लिखें और "Send" पर क्लिक करें।
    • किसी व्यक्ति या समूह के साथ बातचीत शुरू करने के लिए "New Chat" सलेक्ट करें। व्यक्ति या समूह का नाम टाइप करें, संदेश लिखें और "Send" पर क्लिक करें।
  3. वीडियो और ऑडियो कॉल करना:
    • चैट से सीधे किसी को कॉल करने के लिए वीडियो कॉल या ऑडियो कॉल को सलेक्ट करें।
  4. टीम क्रिएट करना:
    • Teams मॉड्यूल पर नेविगेट करें और "Create a New Team" पर क्लिक करें।
    • "Build a team from scratch" सलेक्ट करें।
    • अपनी टीम के प्रकार को चुनें:
      • Private (केवल निमंत्रण द्वारा शामिल हो सकते हैं)
      • Public (संगठन के किसी भी व्यक्ति द्वारा शामिल हो सकते हैं)
      • Org-Wide (संगठन के सभी लोग स्वतः शामिल हो सकते हैं)
    • अपनी टीम का नाम और विवरण दर्ज करें।

4 इमेज ऑप्टिमाइजेशन (Image Optimization)

इमेज ऑप्टिमाइजेशन की प्रक्रिया

इमेज ऑप्टिमाइजेशन वह तकनीक है जिसके इस्तेमाल से इमेज को कंप्रेस करके उसकी साइज को कम किया जाता है जबकि इमेज की गुणवत्ता पर न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। यह प्रक्रिया कुछ टूल्स और प्लगइन्स का उपयोग करके आसानी से की जा सकती है।

इमेज ऑप्टिमाइजेशन के लाभ

  1. साइट की स्पीड में सुधार: इमेज का आकार कम होने से वेबसाइट तेजी से लोड होती है।
  2. SEO रैंकिंग में सुधार: तेज वेबसाइटों की रैंकिंग सर्च इंजन पर बेहतर होती है।
  3. Sales और Lead Conversion: बेहतर स्पीड से उपयोगकर्ताओं का अनुभव अच्छा होता है, जिससे कन्वर्जन रेट बढ़ता है।
  4. कम जगह और बैंडविड्थ: इमेज ऑप्टिमाइजेशन से कम स्टोरेज और बैंडविड्थ का उपयोग होता है।
  5. साइट का बैकअप: कम समय में आसानी से लिया जा सकता है।

 


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