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Internet Application 6

Internet Application 6

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इंटरनेट के अनुप्रयोग  (Internet Application)

ई-कॉमर्स (E-commerce) के प्रकार कई अलग-अलग मॉडल्स और श्रेणियों में विभाजित किए जा सकते हैं। यहाँ पर प्रमुख प्रकार के ई-कॉमर्स का विवरण दिया गया है:

1. व्यापार से उपभोक्ता (B2C - Business to Consumer):

इस प्रकार के -कॉमर्स में व्यवसाय सीधे उपभोक्ताओं को उत्पाद या सेवाएं बेचते हैं।

  • उदाहरण: Amazon, Flipkart, Myntra, Snapdeal

2. व्यापार से व्यापार  (B2B - Business to Business):

इस प्रकार के -कॉमर्स में एक व्यवसाय दूसरे व्यवसाय को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।

  • उदाहरण: Alibaba, IndiaMART, TradeIndia

3. उपभोक्ता से उपभोक्ता (C2C - Consumer to Consumer):

इस प्रकार के -कॉमर्स में उपभोक्ता एक दूसरे को उत्पाद या सेवाएं बेचते हैं।

  • उदाहरण: eBay, OLX, Quikr

4. उपभोक्ता से व्यापार (C2B - Consumer to Business):

इस प्रकार के -कॉमर्स में उपभोक्ता अपने उत्पाद या सेवाएं व्यवसायों को बेचते हैं।

  • उदाहरण: Freelancer, Upwork, Fiverr

5. एम-कॉमर्स (Mobile-commerce):

इस प्रकार के -कॉमर्स में मोबाइल उपकरणों का उपयोग करके उत्पादों या सेवाओं की खरीदारी की जाती है।

  • उदाहरण: सभी प्रमुख -कॉमर्स प्लेटफार्म के मोबाइल ऐप्स जैसे Amazon, Flipkart, Paytm

 

ई-कॉमर्स और मोबाइल कॉमर्स (M-commerce) के लाभ

1. सुविधा (Convenience):

  • ई-कॉमर्स: उपभोक्ता कहीं भी, किसी भी समय ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं, जिससे उन्हें स्टोर के समय और स्थान की सीमाओं से छुटकारा मिलता है। ई-कॉमर्स वेबसाइट्स 24x7 खुली रहती हैं, जिससे उपभोक्ता अपने समय अनुसार खरीदारी कर सकते हैं।
  • M-commerce: मोबाइल डिवाइस के माध्यम से शॉपिंग और भी अधिक सुविधाजनक हो जाती है। उपयोगकर्ता चलते-फिरते, यात्रा करते समय या किसी भी अन्य परिस्थिति में आसानी से अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके खरीदारी कर सकते हैं।

2. उत्पाद की विविधता (Product Range):

  • ई-कॉमर्स: ऑनलाइन स्टोर्स में भौतिक दुकानों की तुलना में अधिक उत्पाद और ब्रांड उपलब्ध होते हैं। उपभोक्ताओं को एक ही स्थान पर विभिन्न श्रेणियों के हजारों उत्पाद मिलते हैं।
  • M-commerce: मोबाइल एप्लिकेशन पर भी यही विविधता उपलब्ध होती है। कई ऐप्स विशेष ऑफ़र और डील्स प्रदान करते हैं जो केवल मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए होते हैं, जिससे उपभोक्ता अधिक विकल्पों का लाभ उठा सकते हैं।

3. लागत की बचत (Cost Saving):

  • ई-कॉमर्स: ऑनलाइन शॉपिंग में अक्सर डिस्काउंट, कूपन, और प्रोमोशनल ऑफर होते हैं जो उपभोक्ताओं को कम कीमतों पर उत्पाद खरीदने की अनुमति देते हैं। साथ ही, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के पास संचालन लागत कम होती है, जिससे वे उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य प्रदान कर सकते हैं।
  • M-commerce: मोबाइल एप्लिकेशन पर विशेष रूप से डिजाइन किए गए फ्लैश सेल्स, मोबाइल-ओनली डिस्काउंट्स, और कैशबैक ऑफर्स होते हैं। यह उपभोक्ताओं को और भी अधिक बचत का मौका देते हैं।

4. भुगतान विकल्प (Payment Options):

  • ई-कॉमर्स: ई-कॉमर्स प्लेटफार्म्स विभिन्न प्रकार के भुगतान विकल्प प्रदान करते हैं, जैसे कि क्रेडिट/डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, ई-वॉलेट, कैश ऑन डिलीवरी (COD), और UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस)। यह उपभोक्ताओं को उनकी सुविधा अनुसार भुगतान करने का विकल्प देता है।
  • M-commerce: मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से भुगतान करना और भी आसान हो जाता है। इन-ऐप पेमेंट गेटवे, मोबाइल वॉलेट्स, और UPI का उपयोग करके उपभोक्ता सुरक्षित और तेज़ी से भुगतान कर सकते हैं। साथ ही, बाय नाउ पे लेटर (BNPL) विकल्प भी उपलब्ध होते हैं।

5. उत्पाद रिटर्न (Product Returns):

  • ई-कॉमर्स: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के पास लचीली रिटर्न और रिफंड नीतियाँ होती हैं। उपभोक्ता आसानी से उत्पादों को वापस कर सकते हैं या एक्सचेंज कर सकते हैं अगर वे उत्पाद से संतुष्ट नहीं होते। रिटर्न प्रोसेस में पिक-अप सर्विस और रिफंड ट्रांसफर जैसी सुविधाएं शामिल होती हैं।
  • M-commerce: मोबाइल एप्लिकेशन पर रिटर्न प्रोसेस और भी सरल होती है। उपयोगकर्ता ऐप में ही रिटर्न रिक्वेस्ट कर सकते हैं, और ट्रैकिंग की सुविधा से रिटर्न की स्थिति को मॉनिटर कर सकते हैं।

 

 

राजस्थान ऑनलाइन स्टोर ई-बाजार (Rajasthan Online Store e- Bazaar)

राजस्थान सरकार ने "e-Bazaar" पोर्टल शुरू किया है, जिसका उद्देश्य राज्य के सभी नागरिकों (ग्रामीण और शहरी) को सही कीमत पर विभिन्न वस्तुएँ आसानी से उपलब्ध कराना है। इस पोर्टल के माध्यम से लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं और स्थानीय उत्पादों को सीधे अपने घर पर मंगा सकते हैं। यह पहल डिजिटल इंडिया के अंतर्गत डिजिटल डिवाइड को कम करने और इंटरनेट के व्यापक प्रसार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

e-Bazaar पोर्टल की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

1.      आसान ऑनलाइन ऑर्डरिंग: राज्य के किसी भी नागरिक (ग्रामीण या शहरी) को http://www.ebazaar.rajasthan.gov.in के माध्यम से ऑर्डर करने की सुविधा मिलती है।

2.      स्थानीय -मित्र केंद्रों का उपयोग: इस पोर्टल के माध्यम से किए गए सभी ऑर्डर संबंधित जिला डाकघर में उपलब्ध -मित्र कियोस्क में प्रदर्शित किए जाते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी इन्टरनेट और डिजिटल सेवाओं का विस्तार होता है।

3.      सुरक्षित OTP वेरिफिकेशन: ग्राहकों को ऑर्डर देने पर उनके मोबाइल नंबर पर एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) प्राप्त होगा। इस OTP के माध्यम से ही ऑर्डर की पुष्टि और ट्रैकिंग की जा सकेगी।

4.      डिलीवरी प्रक्रिया: वितरण (डिलीवरी) के दौरान, ग्राहक को डाकिये को OTP दिखाना होगा। डाकघर स्पीड पोस्ट के माध्यम से सामान भेजेगा, जिससे डिलीवरी की प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होगी।

 

ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स (Online Shopping Websites)

ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स ऐसी वेबसाइट्स होती हैं जहाँ आप इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न प्रकार की वस्तुएं और सेवाएं खरीद सकते हैं। ये वेबसाइट्स आपको घर बैठे खरीदारी करने की सुविधा प्रदान करती हैं, जिससे आपको बाजार जाने की जरूरत नहीं पड़ती। यहाँ कुछ प्रमुख ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स की सूची दी गई है:

  1. Amazon (www.amazon.in):
    • दुनिया की सबसे बड़ी -कॉमर्स वेबसाइट है। यहाँ इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, किताबें, घर के सामान, और भी कई उत्पाद उपलब्ध हैं।
  2. Flipkart (www.flipkart.com):
    • भारत की प्रमुख -कॉमर्स वेबसाइट है। यहाँ पर आप मोबाइल, लैपटॉप, फैशन, घर और रसोई के सामान आदि खरीद सकते हैं।
  3. Snapdeal (www.snapdeal.com):
    • एक और प्रमुख भारतीय -कॉमर्स प्लेटफार्म है जो विभिन्न उत्पादों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करता है।
  4. Myntra (www.myntra.com):
    • यह फैशन और लाइफस्टाइल उत्पादों के लिए एक लोकप्रिय वेबसाइट है। यहाँ कपड़े, जूते, एक्सेसरीज, और ब्यूटी प्रोडक्ट्स मिलते हैं।

     5. Paytm Mall (www.paytmmall.com):

      o   यह पेटीएम की -कॉमर्स शाखा है जहाँ इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, घर के सामान और कई अन्य उत्पाद मिलते हैं।

 

 

फेसबुक (Facebook)

Facebook दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट है, जो उपयोगकर्ताओं को एक-दूसरे के साथ जुड़ने, संवाद करने, और विभिन्न प्रकार की जानकारी साझा करने की सुविधा प्रदान करती है। यह साइट 2004 में मार्क ज़ुकरबर्ग और उनके हार्वर्ड कॉलेज के साथियों द्वारा बनाई गई थी। आज, यह साइट दुनिया भर में लाखों उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग की जाती है। Facebook के माध्यम से उपयोगकर्ता निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:

प्रमुख विशेषताएँ:

  1. प्रोफ़ाइल निर्माण:
    • उपयोगकर्ता अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, फोटो, जन्मदिन, स्थान, कार्य और शिक्षा विवरण के साथ अपनी प्रोफ़ाइल बना सकते हैं।
  2. दोस्तों के साथ जुड़ना:
    • उपयोगकर्ता अपने मित्रों, परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों को "फ्रेंड रिक्वेस्ट" भेज सकते हैं और उनके साथ जुड़ सकते हैं। जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेते हैं, तो वे एक-दूसरे की पोस्ट, फोटो और वीडियो देख सकते हैं।
  3. समाचार फीड (News Feed):
    • यह फीचर उपयोगकर्ताओं को उनके मित्रों और पेजों द्वारा साझा की गई नवीनतम पोस्ट, फोटो, वीडियो और लिंक देखने की अनुमति देता है।
  4. पोस्ट और साझा करना:
    • उपयोगकर्ता अपनी खुद की पोस्ट, फोटो, वीडियो और लिंक साझा कर सकते हैं। वे अपनी पोस्ट पर टेक्स्ट, इमोजी, और टैग्स भी जोड़ सकते हैं।
  5. समूह (Groups):
    • Facebook पर विभिन्न विषयों और रुचियों के समूह बनाए जा सकते हैं। उपयोगकर्ता इन समूहों में शामिल होकर विचार-विमर्श कर सकते हैं, जानकारी साझा कर सकते हैं और समूह गतिविधियों में भाग ले सकते हैं।
  6. पेज (Pages):
    • विभिन्न ब्रांड्स, व्यवसाय, सेलेब्रिटी, और संगठन अपने पेज बना सकते हैं, जहां वे अपने प्रशंसकों और फॉलोअर्स के साथ सीधे संवाद कर सकते हैं। उपयोगकर्ता इन पेजों को लाइक और फॉलो कर सकते हैं।
  7. इवेंट्स (Events):
    • उपयोगकर्ता विभिन्न कार्यक्रमों और इवेंट्स को बना और साझा कर सकते हैं। वे इवेंट्स में आमंत्रित कर सकते हैं और RSVP कर सकते हैं।
  8. मैसेंजर (Messenger):
    • Facebook का मैसेजिंग ऐप है जो उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट मैसेज, वॉयस और वीडियो कॉल, और फोटो और वीडियो भेजने की सुविधा देता है।
  9. नोटिफिकेशन्स (Notifications):
    • उपयोगकर्ताओं को विभिन्न गतिविधियों और अपडेट्स के बारे में सूचित करने के लिए नोटिफिकेशन्स मिलती हैं, जैसे कि नए फ्रेंड रिक्वेस्ट, पोस्ट लाइक्स, कमेंट्स, और पेज अपडेट्स।
  10. मार्केटप्लेस (Marketplace):
    • यह फीचर उपयोगकर्ताओं को स्थानीय स्तर पर वस्तुएं खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। उपयोगकर्ता वस्तुओं की लिस्टिंग कर सकते हैं और अन्य लोगों की लिस्टिंग देख सकते हैं।
  11. सुरक्षा और गोपनीयता:
    • Facebook उपयोगकर्ताओं को अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को नियंत्रित करने की सुविधा देता है। वे तय कर सकते हैं कि उनकी पोस्ट, फोटो और जानकारी कौन देख सकता है।
  12. फेसबुक वॉच (Facebook Watch):
    • एक वीडियो-ऑन-डिमांड सेवा है जो उपयोगकर्ताओं को विभिन्न वीडियो कंटेंट, शो, और लाइव इवेंट्स देखने की अनुमति देती है।

उपयोग के लाभ:

  • ग्लोबल कनेक्टिविटी: दुनिया भर के लोगों के साथ जुड़ने का अवसर।
  • सूचना का आदान-प्रदान: विभिन्न विषयों पर जानकारी प्राप्त करने और साझा करने का मंच।
  • समुदाय निर्माण: समान रुचियों और विचारों वाले लोगों के साथ समुदाय बनाने की सुविधा।
  • व्यवसाय के लिए लाभ: ब्रांड्स और व्यवसायों के लिए अपने ग्राहकों और प्रशंसकों के साथ जुड़ने का प्लेटफार्म।

 

 

ट्विटर (Twitter)

ट्वीट (Tweet) : ट्वीट एक 140 अक्षरों तक का छोटा संदेश होता है जो उपयोगकर्ता ट्विटर पर पोस्ट कर सकते हैं। ट्वीट्स में टेक्स्ट के अलावा फोटो, वीडियो, GIF, और लिंक भी शामिल किए जा सकते हैं। यह माइक्रोब्लॉगिंग साइट का मुख्य तत्व है, जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता अपने विचार, खबरें, और अन्य जानकारी साझा करते हैं।

टाइमलाइन (Timeline) : टाइमलाइन एक व्यक्तिगत फीड होती है जहाँ उपयोगकर्ता अपने द्वारा फॉलो किए गए खातों के नवीनतम ट्वीट्स देख सकते हैं। इसे क्रोनोलॉजिकल (समय के अनुसार) या एल्गोरिदमिक ऑर्डर (ट्विटर के अनुसार महत्वपूर्ण) में देखा जा सकता है। टाइमलाइन का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में होने वाली चर्चाओं और अपडेट्स को देखने की सुविधा प्रदान करना है।

ट्विटर प्रोफ़ाइल (Twitter Profile) : ट्विटर प्रोफ़ाइल एक उपयोगकर्ता का व्यक्तिगत पेज होता है जिसमें उनकी जानकारी, ट्वीट्स, लाइक्स, फॉलोअर्स, और फॉलोइंग की सूची शामिल होती है। प्रोफ़ाइल में एक बायो, प्रोफ़ाइल फोटो, और कवर फोटो भी होती है। यह प्रोफ़ाइल उपयोगकर्ता की ऑनलाइन पहचान होती है, जहाँ से दूसरे लोग उनके ट्वीट्स और जानकारी देख सकते हैं।

फॉलोविंग और फॉलोवर्स (Followings & Followers) : फॉलोइंग वे खाते होते हैं जिन्हें उपयोगकर्ता फॉलो करते हैं, जिससे वे उन खातों के ट्वीट्स अपनी टाइमलाइन पर देख सकते हैं। फॉलोअर्स वे लोग होते हैं जो उपयोगकर्ता को फॉलो करते हैं और उनके ट्वीट्स अपनी टाइमलाइन पर देखते हैं। फॉलोइंग और फॉलोअर्स की संख्या से उपयोगकर्ता की पहुँच और लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

वार्तालाप (Conversation) : संवाद (कन्वर्सेशन) ट्विटर पर ट्वीट्स और रिप्लाई के माध्यम से होता है। जब एक उपयोगकर्ता किसी ट्वीट का उत्तर देता है, तो यह एक कन्वर्सेशन बन जाता है, जहाँ दोनों पक्ष एक-दूसरे के ट्वीट्स का जवाब दे सकते हैं। यह फीचर उपयोगकर्ताओं को खुले तौर पर या निजी संदेशों के माध्यम से संवाद करने की सुविधा देता है।

री-ट्वीट (Retweets (RT)): रीट्वीट एक फीचर है जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता किसी अन्य व्यक्ति के ट्वीट को अपने फॉलोअर्स के साथ साझा कर सकते हैं। रीट्वीट दो प्रकार के होते हैं: साधारण रीट्वीट, जहाँ उपयोगकर्ता मूल ट्वीट को 그대로 साझा करते हैं, और कोट रीट्वीट, जहाँ उपयोगकर्ता मूल ट्वीट के साथ अपनी टिप्पणी भी जोड़ सकते हैं। यह फीचर ट्वीट्स को व्यापक ऑडियंस तक पहुँचाने में मदद करता है।

हैशटैग्स (Hashtags) : हैशटैग्स (#) का उपयोग ट्वीट्स में किसी विशेष विषय, घटना, या ट्रेंड को हाईलाइट करने के लिए किया जाता है। हैशटैग्स के माध्यम से उपयोगकर्ता संबंधित ट्वीट्स को आसानी से खोज सकते हैं और चर्चाओं में भाग ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, #WorldCup या #Diwali जैसे हैशटैग्स के माध्यम से संबंधित ट्वीट्स को खोजा जा सकता है। यह फीचर ट्विटर पर ट्रेंड्स और चर्चाओं को संरचित और ट्रैक करने में मदद करता है।

 

 

-लर्निंग / ऑनलाइन शिक्षा (E-Learning/ Online Education)

-लर्निंग, या "इलेक्ट्रॉनिक लर्निंग", कंप्यूटर या इंटरनेट आधारित उपकरण का उपयोग कर ज्ञान अर्जित करने की विधि है। इसमें पाठ्य सामग्री वीडियो, स्लाइडशो, वर्ड डॉक्यूमेंट्स और PDF में उपलब्ध होती है। वेबिनार, चैट और मैसेज फोरम के माध्यम से छात्रों को अपने शिक्षकों से संवाद करने के विकल्प मिलते हैं। -लर्निंग किफायती है और विद्यार्थियों को उनकी व्यस्त जीवनशैली के बावजूद ज्ञान अर्जित करने, करियर को आगे बढ़ाने और नई योग्यता और कौशल हासिल करने का मौका देता है। यह पारंपरिक शिक्षा का एक तेज, सस्ता और प्रभावी विकल्प बनता जा रहा है।

 

MOOC (Massive Open Online Course)

ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म हैं जो बड़े पैमाने पर इंटरैक्टिव भागीदारी और इंटरनेट के माध्यम से ओपन एक्सेस प्रदान करते हैं। ये कोर्स विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाते हैं और अक्सर निःशुल्क होते हैं।

MOOC के मुख्य विशेषताएँ:

  1. खुली पहुंच (Open Access): MOOCs इंटरनेट कनेक्शन वाले किसी भी व्यक्ति के लिए सुलभ हैं।
  2. बड़े पैमाने पर (Scalability): ये हजारों प्रतिभागियों को एक साथ शिक्षित कर सकते हैं।
  3. इंटरैक्टिव प्लेटफ़ॉर्म: चर्चा मंच, क्विज़ और पीयर असेसमेंट का उपयोग करते हैं।
  4. लचीलापन (Flexibility): छात्र अपने समय और गति से पढ़ाई कर सकते हैं।
  5. विविध कोर्स: कंप्यूटर विज्ञान से लेकर मानविकी तक के विषय शामिल हैं।

लोकप्रिय MOOC प्लेटफ़ॉर्म:

  • Coursera: विश्वविद्यालयों और संगठनों के साथ साझेदारी में कोर्स और डिग्री प्रदान करता है।
  • edX: MIT और हार्वर्ड जैसे विश्वविद्यालयों से कोर्स और प्रमाणपत्र प्रदान करता है।
  • Udacity: तकनीकी और व्यावसायिक कोर्स पर केंद्रित है।
  • FutureLearn: वैश्विक विश्वविद्यालयों और संस्थानों से विविध कोर्स प्रदान करता है।
  • Khan Academy: K-12 और प्रारंभिक कॉलेज स्तर के लिए मुफ्त शैक्षिक सामग्री प्रदान करता है।

 

 

आजीविका पोर्टल, राजस्थान सरकार (Livelihood Portal, Govt. Of Rajasthan)

रोजगार विविध अधिनियम 1959 और 1960 भारतीय श्रम कानून के तहत दो महत्वपूर्ण अधिनियम हैं, जो रोजगार और आजीविका के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये अधिनियम रोजगार की सुरक्षा, उचित कार्य परिस्थितियाँ, और मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाए गए हैं।

1959 का अधिनियम मुख्य रूप से रोजगार के अवसरों के सृजन और कार्यस्थल पर उचित और सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियों को सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया था। इसमें उन नियमों और मानकों को निर्धारित किया गया जो कामकाजी स्थानों पर लागू होते हैं।

1960 का अधिनियम रोजगार की परिस्थितियों को और सुधारने के लिए लाया गया था, जिसमें विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्र के मजदूरों की स्थितियों में सुधार और उनकी अधिकारों की सुरक्षा पर जोर दिया गया था।

रोजगार और आजीविका पोर्टल (Employment & Livelihood Portal)

  1. स्वयं रोजगार योजनाओं की जानकारी: नौकरी तलाशने वालों को विभिन्न स्वयं रोजगार योजनाओं के बारे में जानकारी एकत्रित करने और प्रसारित करने की सुविधा प्रदान की जाती है। इससे वे स्वयं के व्यवसाय शुरू करने और सरकारी सहायता प्राप्त करने के अवसरों से अवगत हो सकते हैं।
  2. विशेष योजनाएँ: अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), दिव्यांगजन, महिलाओं और कमजोर वर्ग के नौकरी चाहने वालों के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाती हैं।        
  3. कौशल पूल का निर्माण: रोजगार और आजीविका पोर्टल निम्नलिखित निकायों के कुशल जनशक्ति डेटा का विलय करने में मदद करता है, जिससे राज्य के लिए एक मजबूत कौशल पूल तैयार किया जा सके:
    • आरकेसीएल (राजस्थान नॉलेज कारपोरेशन लिमिटेड): यह संगठन राज्य में कौशल विकास और शिक्षा से संबंधित कार्यक्रमों को संचालित करता है।
    • आरएसएलडीसी (राजस्थान स्किल एण्ड लाइवलीहुड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन): यह कौशल विकास और आजीविका से संबंधित विभिन्न योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लागू करता है।
    • आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान): ये संस्थान औद्योगिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं और उद्योगों के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों को तैयार करते हैं।

 

राज-ई-ज्ञान (Raj-eGyan)

राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किया गया एक शैक्षिक पोर्टल है, जो स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने और डिजिटल इंडिया की अवधारणा को वास्तविकता में बदलने के लिए स्थापित किया गया है। इस पोर्टल पर सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हर विषय की डिजिटल पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें शामिल हैं:

  • स्कूल स्तरीय सामग्री: पाठ, पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन, एनीमेशन, वीडियो, ऑडियो, और ई-पुस्तकें।
  • भाषाएँ: हिंदी और अंग्रेजी।
  • उपयोगकर्ता: छात्र, परामर्शदाता, शिक्षाविद, और अभिभावक।

यह पोर्टल राजस्थान राज्य बोर्ड के स्कूल छात्रों के लिए महत्वपूर्ण -शैक्षिक सामग्री का एकमात्र स्रोत है और इसे http://egyan.rajasthan.gov.in के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। स्कूल और शिक्षक भी इस पोर्टल पर अपनी तैयार की गई सामग्री साझा कर सकते हैं।

 

 

उच्च और तकनीकी शिक्षा पोर्टल, राजस्थान सरकार(Higher and Technical Education Portal, Government of Rajasthan)

(http://www.hte.rajasthan.gov.in):

1.    सूचना और सेवाएँ:

    • डीसीई (DCE): कॉलेज शिक्षा विभाग के अंतर्गत उच्च शिक्षा से संबंधित जानकारी।
    • डीटीई (DTE): तकनीकी शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत तकनीकी शिक्षा और पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों की जानकारी।

2.    मुख्य उद्देश्य:

    • राज्य के विश्वविद्यालयों और तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन प्रक्रिया में सहायता।
    • सरकारी छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन में मदद।

3.    लाभ:

    • सुलभता: उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी और आवेदन की सुविधा।
    • छात्रवृत्ति सहायता: सरकारी छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन प्रक्रिया में सहायता।

 

 

आईआईटी द्वारा मुफ्त पाठयक्रम (Free courses by IIT)

National Programme on Technology Enhanced Learning (NPTEL),

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा प्रायोजित एक प्रोजेक्ट है जिसके तहत इंजीनियरिंग, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और मानविकी में ऑनलाइन वेब और वीडियो पाठ्यक्रमों के माध्यम से ई-लर्निंग की जा सकती है। यह सात आईआईटी (IITs) और आईआईएससी (IISc) द्वारा की गयी एक संयुक्त पहल है। अन्य चयनित प्रमुख संस्थान एसोसिएट पार्टनर इंस्टीट्यूशन के रूप में कार्य करते हैं।

NPTEL एक पाठ्यक्रम निर्माण कार्य है और यह अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और प्रमुख सहयोगी विश्वविद्यालयों के syllabus पर आधारित विज्ञान और इंजीनियरिंग के कोर्सेज के लिए eLearning सामग्री प्रदान करने का कार्य करती है। इसने स्नातक पूर्व (under - graduate) इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स प्रदान करने वाले संस्थानों के छात्रो व संकाय (faculty) को ध्यान में रखते हुए विडियो एवं वेब आधारित e-Courses विकसित किये है। पाठ्यक्रम की सूची देखने के लिए या ऑनलाइन रजिस्टर करने के लिए http://nptel.ac.in/course.php पर जाएं।

 

स्वयं पोर्टल (Swayam Portal):

  • प्रस्तावक: भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा।
  • उद्देश्य: ऑनलाइन शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना और शिक्षा की पहुंच को सुलभ बनाना।
  • सुविधाएँ:
    • निःशुल्क पाठ्यक्रम: विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन पाठ्यक्रम, जो स्नातक और पोस्ट-स्नातक स्तर तक उपलब्ध हैं।
    • पाठ्यक्रम की विविधता: विज्ञान, इंजीनियरिंग, मानविकी, समाजशास्त्र, और अन्य क्षेत्रों में पाठ्यक्रम।
    • सर्टिफिकेशन: पाठ्यक्रम पूरा करने पर प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है।
    • प्लेटफॉर्म: https://swayam.gov.in पर उपलब्ध।

स्वयं पोर्टल का उद्देश्य छात्रों, पेशेवरों, और जीवन भर सीखने वालों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण का एक सुलभ माध्यम प्रदान करना है।

 

ओपन रिसोर्स/क्लाउड बेस्ड स्टोरेज (Open resource/cloud based storage)

  • परिभाषा: इंटरनेट पर आधारित डेटा स्टोरेज सेवा, जो ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर पर आधारित होती है।
  • विशेषताएँ:
    • पारदर्शिता: सॉफ़्टवेयर का कोड सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होता है।
    • लागत: सामान्यतः मुफ्त या कम लागत।
    • सुलभता: डेटा को कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
    • स्केलेबिलिटी: स्टोरेज क्षमता को आसानी से बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
  • उदाहरण: Nextcloud, ownCloud.

 

राज-ई-वॉल्ट (Raj-e-Vault):

  • परिभाषा: राजस्थान सरकार द्वारा प्रदान किया गया एक डिजिटल सुरक्षित डेटा स्टोरेज सेवा।
  • उद्देश्य: सरकारी दस्तावेज़ों और महत्वपूर्ण डेटा को सुरक्षित रूप से स्टोर और प्रबंधित करने के लिए।
  • विशेषताएँ:
    • सुरक्षा: डेटा को सुरक्षित रूप से स्टोर करने के लिए उन्नत सुरक्षा उपाय।
    • सुलभता: सरकारी विभागों और उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा की आसान पहुंच और प्रबंधन।
    • डिजिटल स्टोरेज: दस्तावेज़ों, रिपोर्टों और अन्य महत्वपूर्ण डेटा का इलेक्ट्रॉनिक संग्रहण।

राज--वॉल्ट का उद्देश्य सरकारी डेटा को सुरक्षित और सुलभ तरीके से स्टोर करना है, जिससे डेटा की सुरक्षा और प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सके।

 

गूगल ड्राइव/वनड्राइव (Google Drive/OneDrive)

दोनों ही प्रमुख क्लाउड स्टोरेज सेवाएँ हैं जो डेटा स्टोरेज, साझा करने और प्रबंधन की सुविधाएँ प्रदान करती हैं।

Google Drive

  • प्रस्तावक: Google
  • विशेषताएँ:
    • स्टोरेज: 15GB मुफ्त स्टोरेज, अधिक स्टोरेज के लिए भुगतान विकल्प।
    • साझा करना: दस्तावेज़, फ़ोल्डर और फाइलें दूसरों के साथ साझा करने की सुविधा।
    • समाकलन: Google Docs, Sheets, Slides आदि के साथ इंटीग्रेशन।
    • सुविधाएँ: फाइलें Google Drive ऐप, वेबसाइट या Google Workspace के माध्यम से एक्सेस की जा सकती हैं।
  • लिंक: Google Drive

OneDrive

  • प्रस्तावक: Microsoft
  • विशेषताएँ:
    • स्टोरेज: 5GB मुफ्त स्टोरेज, अधिक स्टोरेज के लिए भुगतान विकल्प।
    • साझा करना: दस्तावेज़ और फाइलें अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ साझा करने की सुविधा।
    • समाकलन: Microsoft Office Suite और Windows 10/11 के साथ इंटीग्रेशन।
    • सुविधाएँ: फाइलें OneDrive ऐप, वेबसाइट या Windows File Explorer के माध्यम से एक्सेस की जा सकती हैं।
  • लिंक: OneDrive

सामान्य लाभ:

  • सुलभता: इंटरनेट के माध्यम से कहीं से भी डेटा एक्सेस किया जा सकता है।
  • सुरक्षा: डेटा को एन्क्रिप्ट किया जाता है और बैकअप की सुविधा होती है।
  • साझा करना: आसान फाइल शेयरिंग और सहयोग की सुविधा।

 

 नौकरी खोज और पंजीकरण (Job Search and Registration)

  • नौकरी खोज: यह प्रक्रिया विभिन्न स्रोतों जैसे ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स (LinkedIn, Indeed), कंपनी की वेबसाइटें, नेटवर्किंग, और नौकरी मेलों के माध्यम से नौकरी के अवसरों की तलाश करने की होती है।
  • पंजीकरण: इसमें जॉब पोर्टल्स और वेबसाइट्स पर खाता बनाना, प्रोफ़ाइल भरना, सीवी अपलोड करना और जॉब अलर्ट सेट करना शामिल है। यह प्रक्रिया नौकरी खोजने और आवेदन को सरल बनाती है।

 

रोज़गार विभाग, राजस्थान सरकार (Employment Department, Government of Rajasthan)

रोज़गार विभाग, राजस्थान सरकार का उद्देश्य राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना और बेरोजगारी को कम करना है। यह विभाग विभिन्न सेवाएँ प्रदान करता है, जिनमें रोजगार मेलों का आयोजन शामिल है, जो नौकरी के अवसर प्रदान करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्वयं रोजगार योजनाएँ पेश करता है और कौशल विकास कार्यक्रम चलाता है, जो लोगों को आवश्यक प्रशिक्षण और विकास के अवसर प्रदान करते हैं।

http://www.employment.livelihood.rajasthan.gov.in

 

लोकप्रिय निजी नौकरी वेबसाइट्स (Popular Private Job Websites)

नौकरी खोजने के लिए कई लोकप्रिय निजी वेबसाइट्स उपलब्ध हैं, जो नौकरी ढूंढने वालों को विभिन्न कंपनियों के साथ जोड़ती हैं। LinkedIn पेशेवर नेटवर्किंग के साथ-साथ नौकरी खोजने की सुविधा प्रदान करता है। Indeed और Naukri.com, Timesjobs.com, monster.com/ Foundit जैसे प्लेटफॉर्म्स विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसरों की जानकारी और आवेदन की सुविधाएँ उपलब्ध कराते हैं, जिससे उम्मीदवार अपनी पसंद के अनुसार नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

 

नेशनल कैरियर सर्विसेज (National Career Services-NCS):

नेशनल कैरियर सर्विसेज (NCS) भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य रोजगार और कैरियर से संबंधित सेवाओं को एकीकृत और सुलभ बनाना है। यह एक व्यापक जॉब पोर्टल प्रदान करता है जो नौकरी की जानकारी और आवेदन की सुविधा देता है। NCS कौशल विकास और करियर मार्गदर्शन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी उपलब्ध कराता है, और यह नौकरी ढूंढने वालों और नौकरी देने वालों के लिए एक केंद्रीकृत डेटाबेस के रूप में कार्य करता है।

 

 

 

राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission-RPSC)

1. उद्देश्य:

  • राजस्थान राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एक संवैधानिक निकाय, जो विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करता है और नियुक्तियों के लिए चयन करता है।

2. प्रमुख परीक्षाएँ:

  • RPSC RAS/RTS: राजस्थान प्रशासनिक सेवा और राजस्थान न्यायिक सेवा के लिए।
  • RPSC 1st & 2nd Grade Teacher: स्कूल शिक्षक पदों के लिए।
  • RPSC Lecturer: कॉलेज लेक्चरर पदों के लिए।
  • RPSC Assistant Engineer: विभिन्न तकनीकी पदों के लिए।

3. चयन प्रक्रिया:

  • परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू।
  • अधिसूचनाएँ: वेबसाइट rpsc.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध होती हैं।

4. आवेदन प्रक्रिया:

  • ऑनलाइन आवेदन: आवेदन पत्र भरना और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना।

5. वेबसाइट: rpsc.rajasthan.gov.in

 

राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (Rajasthan Subordinate and Ministerial Services Selection Board-RSMSSB)

1. उद्देश्य:

  • राजस्थान राज्य सरकार के अधीन एक निकाय, जो विभिन्न अधीनस्थ और मंत्रिस्तरीय पदों के लिए चयन प्रक्रिया का आयोजन करता है।

2. प्रमुख परीक्षाएँ:

  • RSMSSB JE (Junior Engineer): जूनियर इंजीनियर पदों के लिए।
  • RSMSSB Clerk: क्लर्क और अन्य अधीनस्थ पदों के लिए।
  • RSMSSB Patwari: पटवारी पदों के लिए।
  • RSMSSB NTT Teacher: नर्सरी शिक्षक पदों के लिए।

3. चयन प्रक्रिया:

  • परीक्षा: लिखित परीक्षा और/या कौशल परीक्षण।
  • अधिसूचनाएँ: वेबसाइट rsmssb.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध होती हैं।

4. आवेदन प्रक्रिया:

  • ऑनलाइन आवेदन: आवेदन पत्र भरना और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना।

5. वेबसाइट: rsmssb.rajasthan.gov.in

 

 

डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature)

परिभाषा: डिजिटल सिग्नेचर एक इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण होता है जो दस्तावेज़ की प्रामाणिकता और अखंडता की पुष्टि करता है। यह एक प्रकार की क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है जो डिजिटल डेटा की पहचान और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है।

मुख्य विशेषताएँ:

  1. प्रामाणिकता:
    • डिजिटल सिग्नेचर यह सुनिश्चित करता है कि दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति वही है, जिसे दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने का अधिकार है।
  2. अखंडता:
    • दस्तावेज़ को साइन करने के बाद यदि उसमें कोई परिवर्तन किया जाता है, तो डिजिटल सिग्नेचर अमान्य हो जाता है, जिससे दस्तावेज़ की अखंडता बनी रहती है।
  3. गोपनीयता:
    • डिजिटल सिग्नेचर क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है, जो दस्तावेज़ और सिग्नेचर को सुरक्षित और गोपनीय बनाता है।
  4. प्रणाली:
    • सार्वजनिक और निजी कुंजी: डिजिटल सिग्नेचर प्रणाली में एक सार्वजनिक और एक निजी कुंजी का उपयोग होता है। निजी कुंजी का उपयोग साइन करने के लिए और सार्वजनिक कुंजी का उपयोग सिग्नेचर की पुष्टि के लिए किया जाता है।

उपयोग:

  • विधायी दस्तावेज़: कानूनी दस्तावेज़ों और अनुबंधों पर डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग किया जाता है।
  • ऑनलाइन लेनदेन: बैंकों और वित्तीय संस्थानों में ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए।
  • ईमेल: ईमेल संचार में सुरक्षा और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए।

लाभ:

  • समय की बचत: कागजी दस्तावेज़ों की आवश्यकता को समाप्त करता है।
  • सुरक्षा: डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करता है।
  • प्रामाणिकता: हस्ताक्षरकर्ता की पहचान और दस्तावेज़ की अखंडता की पुष्टि करता है।

 

 राज ई-साइन (Raj e-Sign):

राजस्थान सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम 2000 के तहत एनआईटी) हस्ताक्षर के रूप में अधिकृत किया है। -साइन एक ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर सेवा है जिसे एप्लिकेशन्स के साथ एकीकृत (integrate) किया जा रहा है आधार (UID) धारक नागरिकों को दस्तावेजों को डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित करने की सुविधा मिल सके और सभी सरकारी अधिकारियों एवं दस्तावेजों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रमाणित करने की सुविधा मिल सके।

मुख्य विशेषताएँ:

  1. आसान और सुरक्षित (Simple & Secure):
    • कहीं भी और किसी भी समय दस्तावेजों को डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित करने का सुरक्षित तरीका।
  2. कानूनी रूप से मान्य (Legally Valid):
    • सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र की स्वीकृति।
  3. लचीला और लागू करने में आसान (Flexible and Easy):
    • आधार और पहचान प्रमाणित करने के लिए लचीला और कॉन्फ़िगर करने में आसान।
  4. सुरक्षित ऑनलाइन सेवा (Secure Online Service):
    • -गवर्नेंस अनुपालन में इलेक्ट्रॉनिक प्रमाणीकरण ढांचे द्वारा संचालित।
  5. राजस्थान फ्रेमवर्क (Framework of Rajasthan):
    • प्रत्येक इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षरित दस्तावेज एक पूर्ण दस्तावेज़ या मेटाडेटा के रूप में उपलब्ध।

राज -साइन और राज -वॉल्ट:

राज -साइन, राज -वॉल्ट के साथ एकीकृत है, जो पंजीकृत नागरिकों को 1 जीबी मेमोरी उपलब्ध कराता है। नागरिक अपने निजी एवं आधिकारिक दस्तावेजों पर इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर कर सकते हैं।

लाभ:

  • सरल और सुरक्षित: डिजिटल हस्ताक्षर प्रक्रिया।
  • कानूनी मान्यता: डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र की स्वीकृति।
  • लचीला और आसान: आधार और पहचान सत्यापन के साथ।

राज -साइन नागरिकों और सरकारी अधिकारियों को डिजिटल हस्ताक्षर की सुविधा प्रदान करता है, जिससे कागजी कार्य को डिजिटल और सुरक्षित बनाया जा सकता है।

 


139 4 months ago