Google slides
माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट की तरह काम करता है, जहाँ आपको slide templates, themes, font styles, color schemes, और अन्य customizations की सुविधा प्रदान की जाती है, जिससे आप अपने प्रेजेंटेशन की दिखावट और अनुभव को अनुकूलित कर सकते हैं। इसके अलावा, आप सहयोग के लिए Google slides का उपयोग कर सकते हैं, जिससे आप मल्टीपल यूजर्स के saath real-time presentation बना सकते हैं और edit कर सकते हैं।
Google slides का उपयोग करना बहुत ही आसान है। आप simply अपने Google Drive खाते में साइन इन करके Google slides लॉन्च कर सकते हैं और अपना प्रेजेंटेशन बनाना शुरू कर सकते हैं। आप इसमें अलग-अलग स्लाइड्स को जोड़ सकते हैं, text, images, videos, charts, graphs, और अन्य multimedia elements को अपने स्लाइड्स में जोड़ सकते हैं। आप अपने प्रेजेंटेशन में स्पीकर नोट्स भी जोड़ सकते हैं और प्रेजेंटेशन के साथ automatic timings और transitions सेट कर सकते हैं।
यदि आप Google Slides का उपयोग करके प्रोफेशनल दिखने वाले प्रेजेंटेशन बनाना चाहते हैं, तो यहां उपयोग करने के लिए एक स्टेप-बाय-स्टेप गाइड है:
1. File (फाइल)
- फाइल का काम: इसमें फ़ाइल से संबंधित विकल्प होते हैं, जैसे डॉक्यूमेंट को सेव करना, डाउनलोड करना, प्रिंट करना, शेयर करना और इतिहास देखना।
- मुख्य विकल्प:
- New, Open, Rename: नए दस्तावेज़ बनाना, खोलना और नाम बदलना।
- Download as: डॉक्यूमेंट को PDF, Word, या अन्य फॉर्मेट में डाउनलोड करना।
- Page setup: पेज के साइज़, मार्जिन, और ओरिएंटेशन सेट करना।
- Version History: पुरानी वर्शन को देखना और पुनः प्राप्त करना।
- Print: डॉक्यूमेंट का प्रिंट आउट निकालना।
2. Edit (एडिट)
- एडिट का काम: यह मेनू डॉक्यूमेंट में टेक्स्ट एडिट करने से संबंधित विकल्प प्रदान करता है।
- मुख्य विकल्प:
- Undo, Redo: पिछले बदलाव को वापस लेना या फिर से करना।
- Cut, Copy, Paste: टेक्स्ट को काटना, कॉपी करना, और पेस्ट करना।
- Find and Replace: डॉक्यूमेंट में किसी शब्द को खोजकर उसे बदलना।
- Select All: पूरे टेक्स्ट का चयन करना।
3. View (व्यू)
- व्यू का काम: यह डॉक्यूमेंट को देखने के तरीके बदलने के विकल्प प्रदान करता है।
- मुख्य विकल्प:
- Print Layout: प्रिंट लेआउट को सक्षम या अक्षम करना।
- Mode (Editing, Suggesting, Viewing): एडिटिंग मोड बदलना।
- Show Ruler, Show Equation Toolbar: शासक और इक्वेशन टूलबार को दिखाना या छिपाना।
- Full Screen: फुल-स्क्रीन मोड में डॉक्यूमेंट को देखना।
4. Insert (इन्सर्ट)
- इन्सर्ट का काम: इस टैब से आप डॉक्यूमेंट में अतिरिक्त आइटम्स जैसे इमेज, टेबल, लिंक आदि जोड़ सकते हैं।
- मुख्य विकल्प:
- Image: कंप्यूटर, ड्राइव, या URL से इमेज जोड़ना।
- Table: रो और कॉलम के साथ टेबल जोड़ना।
- Chart, Drawing: चार्ट और ड्रॉइंग जोड़ना।
- Link: टेक्स्ट या इमेज में हाइपरलिंक जोड़ना।
- Footnote: फुटनोट जोड़ना।
5. Format (फॉर्मेट)
- फॉर्मेट का काम: टेक्स्ट और पेज की फॉर्मेटिंग से संबंधित विकल्प होते हैं।
- मुख्य विकल्प:
- Text: टेक्स्ट का आकार, रंग, बोल्ड, इटैलिक, अंडरलाइन, आदि।
- Paragraph Styles: हेडिंग, सबहेडिंग और टाइटल का स्टाइल।
- Align and Indent: टेक्स्ट को लेफ्ट, राइट, सेंटर, या जस्टिफाई करना।
- Line Spacing: टेक्स्ट के बीच की लाइन स्पेसिंग सेट करना।
- Bullets and Numbering: बुलेट पॉइंट्स और नंबरिंग जोड़ना।
6. Tools (टूल्स)
- टूल्स का काम: एडवांस्ड सुविधाएँ जैसे ग्रामर चेक, वर्ड काउंट आदि।
- मुख्य विकल्प:
- Spelling and Grammar Check: टेक्स्ट में स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियाँ ढूँढना।
- Word Count: डॉक्यूमेंट में शब्दों की संख्या देखना।
- Translate Document: डॉक्यूमेंट को अन्य भाषाओं में अनुवाद करना।
- Voice Typing: आवाज का उपयोग करके टाइपिंग करना।
- Explore: वेब पर शोध करना और संदर्भ सामग्री जोड़ना।
7. Extensions (एक्सटेंशन्स)
- एक्सटेंशन्स का काम: Google Docs में अतिरिक्त एड-ऑन्स और प्लगइन्स जोड़ने के लिए।
- मुख्य विकल्प:
- Get Add-ons: Google Workspace Marketplace से नए एड-ऑन्स जोड़ना।
- Manage Add-ons: इंस्टॉल किए गए एड-ऑन्स को प्रबंधित करना।
- Add-ons का उपयोग करके विशिष्ट सुविधाएँ जोड़ सकते हैं जैसे कि ग्रामर चेकर्स, टेम्पलेट्स आदि।
8. Help (हेल्प)
- हेल्प का काम: Google Docs से संबंधित मदद और सपोर्ट विकल्प प्रदान करता है।
- मुख्य विकल्प:
- Docs Help: Google Docs का उपयोग करने से संबंधित मदद लेना।
- Training: Google के ट्रैनिंग सामग्री तक पहुँचना।
- Updates: नए फीचर्स और अपडेट्स देखना।
- Send Feedback: अपनी प्रतिक्रिया या सुझाव देना।
9. Accessibility (एक्सेसिबिलिटी)
- एक्सेसिबिलिटी का काम: डॉक्यूमेंट को अधिक सुलभ बनाने के लिए विभिन्न विकल्प।
- मुख्य विकल्प:
- Accessibility Settings: स्क्रीन रीडर, ब्रेल डिस्प्ले और अन्य एक्सेसिबिलिटी विकल्प।
- Screen Reader Support: दृष्टिबाधित लोगों के लिए स्क्रीन रीडर का समर्थन।
- Enable Braille Support: ब्रेल डिस्प्ले का समर्थन सक्षम करना।
10. Slides Tab (स्लाइड्स टैब)
Slides Tab में प्रेजेंटेशन में स्लाइड्स से जुड़े कई विकल्प होते हैं, जैसे नई स्लाइड जोड़ना, डुप्लिकेट बनाना, स्लाइड्स को डिलीट करना, स्लाइड्स का क्रम बदलना आदि।
मुख्य विकल्प:
- New Slide (नई स्लाइड): यह विकल्प एक नई खाली स्लाइड जोड़ता है। आप स्लाइड की लेआउट चुन सकते हैं, जैसे कि Title Slide, Title and Body, Two Columns, आदि।
- Duplicate Slide (डुप्लिकेट स्लाइड): यह विकल्प चुनी हुई स्लाइड की एक प्रतिलिपि बनाता है, जिससे आप एक जैसी स्लाइड को बार-बार बनाने से बच सकते हैं।
- Delete Slide (स्लाइड हटाएँ): इस विकल्प से चुनी हुई स्लाइड को हटाया जा सकता है। यह स्लाइड को डिलीट कर देता है, जो Undo ऑप्शन से वापस लाई जा सकती है।
- Skip Slide (स्लाइड को स्किप करें): अगर किसी प्रेजेंटेशन में किसी स्लाइड को दिखाना नहीं चाहते, तो इस ऑप्शन का उपयोग करके उसे स्किप कर सकते हैं। इससे वह स्लाइड प्रेजेंटेशन में दिखाई नहीं देगी, लेकिन आपके डॉक्यूमेंट में बनी रहेगी।
- Move Slide (स्लाइड को स्थानांतरित करें): आप स्लाइड्स का क्रम बदल सकते हैं, जिससे प्रेजेंटेशन की सामग्री को सही क्रम में प्रस्तुत किया जा सके।
- Apply Layout (लेआउट लागू करें): इस विकल्प से आप स्लाइड की लेआउट बदल सकते हैं, जिससे स्लाइड की सामग्री का स्ट्रक्चर सेट कर सकते हैं।
Slides Tab का उपयोग: यह टैब आपके प्रेजेंटेशन को व्यवस्थित करने के लिए है, जैसे स्लाइड्स जोड़ना, हटाना, और उनका क्रम बदलना। इससे प्रेजेंटेशन में कंटेंट को अच्छे तरीके से व्यवस्थित करना आसान हो जाता है।
11. Arrange Tab (अरेन्ज टैब)
Arrange Tab में स्लाइड्स पर मौजूद ऑब्जेक्ट्स (जैसे टेक्स्ट बॉक्स, इमेज, शेप्स) को व्यवस्थित करने के लिए विकल्प होते हैं। यह आपको ऑब्जेक्ट्स को एक दूसरे के ऊपर-नीचे रखना, एलाइन करना, और सही तरीके से व्यवस्थित करने में मदद करता है।
मुख्य विकल्प:
- Order (क्रम): ऑब्जेक्ट्स को फ्रंट या बैक में ले जाने के लिए। इससे आप किसी ऑब्जेक्ट को सबसे ऊपर या सबसे नीचे रख सकते हैं।
- Bring to Front: ऑब्जेक्ट को सबसे आगे लाने के लिए।
- Send to Back: ऑब्जेक्ट को सबसे पीछे भेजने के लिए।
- Bring Forward / Send Backward: ऑब्जेक्ट को एक स्तर ऊपर या नीचे ले जाने के लिए।
- Align (एलाइन): ऑब्जेक्ट्स को स्क्रीन पर अलाइन करने के लिए। इससे सभी ऑब्जेक्ट्स एक सीधी लाइन में सेट हो जाते हैं।
- Left, Center, Right: ऑब्जेक्ट्स को बाईं, बीच, या दाईं ओर अलाइन करना।
- Top, Middle, Bottom: ऑब्जेक्ट्स को ऊपरी, मध्य, या निचले हिस्से में अलाइन करना।
- Distribute (वितरण): ऑब्जेक्ट्स के बीच समान अंतर रखने के लिए।
- Horizontally: ऑब्जेक्ट्स को क्षैतिज रूप से समान अंतर में रखना।
- Vertically: ऑब्जेक्ट्स को लंबवत रूप से समान अंतर में रखना।
- Rotate (रोटेट): ऑब्जेक्ट्स को घुमाने के लिए।
- Rotate Clockwise / Counterclockwise: ऑब्जेक्ट को क्लॉकवाइज़ (दक्षिणावर्त) या काउंटर-क्लॉकवाइज़ (वामावर्त) घुमाना।
- Flip Horizontally / Vertically: ऑब्जेक्ट को क्षैतिज या लंबवत फ्लिप करना।
- Arrange Tab का उपयोग: यह टैब उन ऑब्जेक्ट्स को व्यवस्थित करने में मदद करता है जो स्लाइड्स में हैं, जिससे आप अपनी स्लाइड्स को और अधिक प्रोफेशनल और आकर्षक बना सकते हैं।
Thanks to ChatGPT
Thanks to Gemini Google