आज हर कस्टमर को डिस्काउण्ट चाहिए। वो उस वस्तु की वास्तविक कीमत क्या होनी चाहिए। ये ना सोचकर केवल डिस्काउण्ट के बारे में ही सोचता है। कि मुझे किसी तरह से डिस्काउण्ट मिल जाए। कई बार तो कस्टमर डिस्काउण्ट के चक्कर में बिना काम की चीज भी खरीद लेता है। इससे डिस्काउण्ट की अहमियत मालूम चलती है।
इसका मतलब है कि डिस्काउण्ट हमेशा ग्राहकों को लुभाने के लिए दी जाती है। और व्यापारी इस बात का फायदा भी उठाता है या ये रणनिति भी बनाकर माल सेल करता है। लेकिन इसमें ध्यान रखने की बात यह है कि व्यापारी को डिस्काउण्ट देते समय अपने वास्तविक मुनाफे को ध्याान में रखकर ही डिस्काउण्ट देना चाहिए। 100 रु. में कोई चीज खरीद कर 105 रु में बेच देने को व्यापार नहीं कहते। उस वस्तु को खरीदने से लेकर बेचने तक के बीच में लगे गये सभी तरह के सीधे खर्चों व छूपे हुए खर्चों व अपनी महनताना को जोड़कर ही वस्तु की कीमत रखनी चाहिए। उसी आधार पर डिस्काउण्ट की स्कीम बनानी चाहिए।
सबसे पहले आपको आपका लक्ष्य मालूम होना चाहिए
अपनी लागत को जितना आप कम कर सकें करिये। ये सक्सेस का पहला मंत्र है। यदि हमारा उद्देश्य नये कस्टमर बनाने का है तो अपने रिटेल की वस्तुओं पर भी छूट की स्कीम बनाऐं। इसके लिए सबसे पहले यह देखें की आपकी किसी प्रोडक्ट की मार्केट में सबसे ज्यादा मांग है। यदि कोई वस्तु बहुत ज्यादा मात्रा में बिकती है और उस पर मार्जिन कम भी है तो कोई दिक्कत नहीं है।
अपने प्रतिद्धन्दी से आगे बढ़ने के लिए भी हम रणनीति तैयार कर सकते हैं कि उसकी कीमत से हम कम कीमत पर हम माल कैसे बेच सकते हैं। जब एक तरह की प्रोडक्ट पर आपकी कीमत ग्राहक को आपके प्रतिद्धन्दी से कम लगती है। तो ग्राहक कुछ और आइटमों की रेट कम्पेयर करने के बाद वह आपसे जुड जायेगा।
हमेशा ग्राहक को सुखद महसूस कराऐं
एक अतिरिक्त छोटा सा दिया गया गिफ्ट कूपन भी ग्राहक को बहुत खुश कर देता है। वह आपको ब्रान्ड के रूप में देखने लगेगा, जो ग्राहक कीे देखभाल करते हैं।
डिस्काउण्ट या किसी भी प्रकार की स्कीम को सही समय पर लान्च करें
किसी भी प्रकार की स्कीम निकालने से पहले देखें की इस समय ग्राहक को किस चीज की जरूरत होगी। जैसे बारिश के दिनों में एक निश्चित बिलिंग पर एक छाता फ्री, यह स्कीम काम करेेगी।
जिस किसी पीरियड में आपने पहले अपने ग्राहकों को खो दिया है। उस समय में आपको इस वर्ष स्कीम अवश्य निकालनी चाहिए।
अपने रेवेन्यु को प्राप्त करने के लिए कितनी बिक्री की जरूरत है। उसी अनुसार अपनी डिस्काउन्ट स्कीम्स की रणनीति को तय करें। स्कीम बनाते समय अपने जरूरत के मार्जिन को हमेशा ध्यान रखना ही चाहिए।
अपने नए उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए भी आप विशेष छूट का प्रावधान रख सकते हैं। आपने यदि भारी छूट दिया है तो उसके साथ आपके अन्य प्रोडक्ट भी सेल होंगे।
आप अपनी किसी प्रोडक्ट का फ्री सेम्पल बंटवा कर भी कस्टमर को उसके लिए तैयार कर सकते हैं। अपनी प्रोडक्ट को कस्टमर को फील करवाना जरूरी है। कि वह प्रोडक्ट खरीदने के बाद उसे कैसा महसूस होगा। ये तरीका कपड़े के व्यापारियों के लिए विशेषतौर पर काम करता है।
अपनी नई प्रोडक्ट को आगे की तरफ रखें और पीछे विशेष छूट वाली उत्पादों को आॅफर सहीत प्रदर्शित करें। इससे ग्राहक नई प्रोडक्ट भी खरीदने के लिए प्रोत्साहित होता है।
आप शर्तो के साथ छूट की स्कीम निकाल सकते हैं कि इतनी संख्या या इतना अमाउण्ट की खरीददारी करने पर इतने रुपये तक का गिफ्ट वाउचर या अन्य कोई प्रोडक्ट फ्री मिलेगी या इतनी राशि कम देनी होगी आदि।
तीन खरीदने पर एक मुफ्त, या जैसे साबुन के चार पैकेट खरीदने पर एक क्रीम मुफ्त। इस तरह की कोई भी स्कीम आप अपनी समझ अनुसार बना सकते हैं।
कई बार पुरानी प्रोडक्ट हो जाने पर उससे छुटकारा पाने के लिए भी आप एक स्कीम आॅफर निकाल सकते हैं।
किसी अन्य प्रोडक्ट के साथ फ्री स्कीम में दे सकते हैं, या कम कीमत में दे सकते हैं या एक साथ एक फ्री। अन्य किसी भी प्रकार की स्कीम भी बनाई जा सकती है।
डिस्काउण्ट आॅफर हमेशा एक खास समय तक के लिए ही निकालें। किसी चीज को खो जाने के डर से व्यक्ति वह चीज पहले ही खरीद लेता है। यदि पिरियड नहीं लगायेंगे कि आॅफर इतनी तारीख तक सीमित है तो कस्टमर सोचेगा बाद में खरीद लेंगे और वो बाद कभी आयेगा ही नहीं। सीमित समय देखकर ग्राहक वस्तु को बाद की जरूरत की चीज को भी आज ही खरीद लेगा।
Dr. A.K. Jain
Tally Guru
This Post Has 5 Comments
Bilkul sahi baat hai
discount ke liye bahut he acha bataya hai
nive
Good information
Well explained
Nice